रिलायंस और गूगल की बड़ी साझेदारी: भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नई रफ्तार

रिलायंस और गूगल ने मिलकर भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रसार को तेज करने के लिए नई रणनीतिक साझेदारी की है, जो उपभोक्ता और व्यवसाय दोनों के लिए फायदेमंद होगी।

रिलायंस और गूगल की बड़ी साझेदारी: भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नई रफ्तार

खबर का सार AI ने दिया · GC Shorts ने रिव्यु किया

    रिलायंस और गूगल ने मिलाया हाथ: भारत में बढ़ेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल

    भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और गूगल (Google) ने साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी देश में उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए AI तकनीक को अधिक सुलभ और उपयोगी बनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव लाने वाली है।

    गौरतलब है कि हाल के महीनों में टेलीकॉम और टेक कंपनियों के बीच इस तरह की साझेदारियों का चलन तेजी से बढ़ा है। जुलाई में भारती एयरटेल (Bharti Airtel) ने Perplexity के साथ साझेदारी कर अपने ग्राहकों को एक साल के लिए Perplexity Pro का मुफ्त सब्सक्रिप्शन दिया था। वहीं हाल ही में OpenAI ने भी भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए ChatGPT Go को एक साल के लिए मुफ्त करने की घोषणा की थी।

     

    Jio उपयोगकर्ताओं के लिए Google AI Pro प्लान मुफ्त

    रिलायंस-गूगल समझौते के तहत, योग्य Jio उपयोगकर्ताओं को 18 महीनों तक Google AI Pro प्लान का मुफ्त एक्सेस मिलेगा, जिसकी कीमत लगभग ₹35,100 प्रति उपयोगकर्ता है। इस प्लान में Gemini 2.5 Pro मॉडल, Nano Banana और Veo 3.1 जैसे उन्नत AI टूल्स, Notebook LM के जरिए शोध और अध्ययन की सुविधाएं तथा 2TB क्लाउड स्टोरेज शामिल हैं।
    यह योजना पहले 18–25 वर्ष की उम्र के युवाओं के लिए अनलिमिटेड 5G प्लान पर शुरू होगी और बाद में पूरे देश में लागू की जाएगी।

     

    स्थानीय भाषाओं में AI अनुभव

    रिलायंस और गूगल का यह समझौता न सिर्फ मुफ्त सेवाओं तक सीमित है, बल्कि दोनों कंपनियां मिलकर भारत में स्थानीय भाषाओं में AI आधारित फीचर्स विकसित करेंगी। इसका उद्देश्य युवाओं और छात्रों के बीच डिजिटल साक्षरता और AI अपनाने को बढ़ावा देना है, जिससे Jio के डिजिटल इकोसिस्टम का विस्तार हो सके।

     

    बिजनेस जगत में Reliance Intelligence की भूमिका

    रिलायंस की AI शाखा Reliance Intelligence, अब भारत में Google Cloud की रणनीतिक साझेदार बनेगी। यह साझेदारी Gemini Enterprise — गूगल का AI एजेंटिक सूट (AI Agentic Suite) — के डिप्लॉयमेंट के लिए होगी। रिलायंस इस प्लेटफॉर्म पर प्री-बिल्ट AI एजेंट्स बनाएगी और वितरित करेगी, जो भारतीय उद्योगों को अपने संचालन में AI अपनाने में मदद करेंगे।

     

    AI इंफ्रास्ट्रक्चर में भारत को मजबूती

    इस साझेदारी के तहत, Reliance और Google Cloud मिलकर भारत में Tensor Processing Units (TPUs) को उपलब्ध कराएंगे, जिनका उपयोग बड़े AI मॉडलों को ट्रेन और डिप्लॉय करने के लिए किया जाएगा। यह कदम भारत की AI कंप्यूट क्षमता (AI Compute Capacity) को मजबूत करेगा और देश में एंटरप्राइज AI सॉल्यूशंस के विकास को गति देगा।

     

    Meta के साथ Reliance की साझेदारी

    गूगल से पहले, रिलायंस ने Meta Platforms के साथ भी एक संयुक्त उद्यम Reliance Enterprise Intelligence (REIL) बनाया था। यह कंपनी Meta के Llama मॉडल पर आधारित एंटरप्राइज AI सॉल्यूशंस विकसित करेगी। इस साझेदारी में रिलायंस की हिस्सेदारी 70% है जबकि Meta की 30%

     

    Mukesh Ambani की AI रणनीति

    रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपनी 48वीं वार्षिक आम बैठक में AI आधारित भविष्य की योजना का खुलासा किया था। इसमें AI इंफ्रास्ट्रक्चर, वैश्विक साझेदारियां, सेवा वितरण और प्रतिभा विकास (Talent Development) जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
    रिलायंस अब जामनगर में ग्रीन एनर्जी-पावर्ड डेटा सेंटर्स स्थापित कर रहा है जो देश की AI ग्रोथ को दीर्घकालिक समर्थन देंगे।

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