कभी-कभी क्रिकेट में ऐसे दिन आते हैं जब मैदान पर हर शॉट एक बयान बन जाता है। आज वही दिन था। पाकिस्तान की पारी में सलमान आगा ने ऐसा ही एक बयान लिखा — शतक लगाकर, धैर्य और दम का मेल दिखाते हुए। उनकी 105* की पारी सिर्फ रन नहीं थी, एक संदेश था कि वक्त चाहे जैसा भी हो, क्लास हमेशा जीतती है।
सलमान आगा की बल्लेबाज़ी — शांत आग का नमूना
मैंने सलमान आगा को पहली बार खेलते हुए देखा था तब वो टेस्ट स्क्वाड में थे, पर आज की ये पारी... अलग ही थी। विकेट पर टिककर, हर गेंद को परखते हुए, फिर मौके पर प्रहार। कोई जल्दबाज़ी नहीं, कोई दिखावा नहीं। बस सधा हुआ टाइमिंग और भरोसे की भाषा। जब बाकी खिलाड़ी जल्दी-जल्दी आउट हो रहे थे, आगा वहीं टिके रहे जैसे किसी पुराने यार ने वादा निभाना हो
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हुसैन तलात की अर्धशतकीय पारी — साझेदारी ने दी जान
हुसैन तलात के साथ उनकी साझेदारी ने टीम को संभाला। तलात की 50 रन की पारी उतनी ही जरूरी थी जितनी आगा की शतक। दोनों ने मिलकर न सिर्फ विकेट बचाए बल्कि रनरेट भी थामा। मैदान पर उनकी बॉडी लैंग्वेज में आत्मविश्वास झलक रहा था — जैसे कह रहे हों, “हम यहां सिर्फ खेल नहीं, जीतने आए हैं।”
श्रीलंका के गेंदबाजों की थकान साफ दिखी
श्रीलंका की गेंदबाजी में आज धार नहीं दिखी। शुरुआती ओवरों में थोड़ा स्विंग मिला लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, उनका जोश ढीला पड़ता गया। कई गेंदें ऑफ स्टंप से बाहर गईं, और सलमान ने उन्हें कवर ड्राइव से बाउंड्री पार भेजा। उनके हर शॉट में एक लय थी — कुछ वैसी जैसे किसी पुराने उस्ताद की सरोद से निकलती मधुर धुन।
व्यक्तिगत याद — वो लाहौर का मैच याद आया...
मुझे याद है, 2018 में लाहौर में एक घरेलू मैच के दौरान मैंने सलमान को 90 नॉट आउट पर देखा था। बारिश आई और मैच रुक गया। वो उस दिन शतक से चूक गए थे। आज ऐसा लगा जैसे उन्होंने उस अधूरे वादे को पूरा किया हो। ये पारी सिर्फ रन नहीं थी, इंतज़ार का हिसाब था।
अब श्रीलंका के सामने मुश्किल राह
300 का टारगेट आसान नहीं है। खासकर तब जब सामने पाकिस्तान की स्पिन और रिवर्स स्विंग का कॉम्बिनेशन खड़ा हो। श्रीलंका की बल्लेबाजी में टॉप ऑर्डर को सावधान रहना होगा, वरना आगा की यह पारी उनकी हार का कारण बन सकती है।
एक बात जो दिल को छू गई
मैच खत्म हुआ तो कैमरे ने सलमान के चेहरे पर वो मुस्कान कैद की — वो मुस्कान जो हर स्ट्रगलिंग क्रिकेटर समझ सकता है। न कोई शोर, न कोई इशारा। बस एक सुकून कि आज सब सही किया।

आखिरी सोच
सलमान आगा की ये पारी आने वाले कई मैचों की दिशा तय कर सकती है। हुसैन तलात की संगत ने इसे और निखारा। क्रिकेट में कहते हैं, क्लास पर टाइमिंग भारी पड़ सकती है — लेकिन आज दोनों साथ थे, और नतीजा था 300 रन का पहाड़। अब देखना है, श्रीलंका उस पहाड़ को चढ़ पाता है या नहीं।


