मड़िहान थाना क्षेत्र के गढ़वा गांव की रहने वाली बिरहा गायिका सरोज सरगम इन दिनों खबरों में बनी हुई हैं। सरोज ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए गांव-कस्बों की परंपरागत बिरहा गायकी को घर-घर तक पहुंचाया। उनका चैनल तेजी से लोकप्रिय हुआ, आज उनके 60 हजार से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं और अब तक करीब 35 से 40 वीडियो अपलोड किए जा चुके हैं। लोग उनके सरल भाषा वाले गीत और गाँव की हकीकत से जुड़े मुद्दों की तारीफ करते हैं। छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बड़े भी उनकी आवाज सुनने के दीवाने हैं।
किस शब्द का हुआ विवाद और वायरल वीडियो ने मचा दी खलबली
सरोज सरगम का एक वायरल वीडियो अचानक सोशल मीडिया पर छा गया, जिसमें वह अपने बिरहा गायन के दौरान भगवान को अपशब्द कहती सुनी गईं। यह वीडियो जंगल में आग की तरह फैला और देखते ही देखते धार्मिक समुदाय में भारी नाराजगी फैल गई। लोगों ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपने संगीत में ऐसे शब्द कहे, जिनसे भगवान का अपमान हुआ है। कई संगठनों ने इसका विरोध किया और पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई।
सरोज सरगम के एनकाउंटर के अलावा कोई भी सजा मंजूर नहीं।
— VISHNU (@113_vishnu) September 23, 2025
यह वैचारिक आतंकी अगली पीढ़ी के सामने हमारे आराध्य को अपमानित करने का नैरेटिव गढ़ रही है। @myogiadityanath जी, आप राजनेता से पहले एक महंत हैं आप अपनी आत्मा से पूछे क्या अपने धर्म का पालन किया है?#ShameOnYouMirzapurPolicepic.twitter.com/McvfM8VKfV
पुलिस कारवाई होते ही बिरहा गायिका सरोज सरगम की गिरफ्तारी की खबर आई सामने
विवाद बढ़ने के बाद पुलिस ने तुरंत हरकत में आकर सरोज सरगम को गिरफ्तार कर लिया। लोग दंग रह गए कि गाने वाली किस तरह जेल पहुंच गई। पुलिस ने बताया कि वीडियो की जांच करने के बाद पाया गया कि इसमें धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले शब्द इस्तेमाल हुए हैं, इसी वजह से कारवाई की गई। सरोज सरगम का कहना है कि उनका इरादा किसी की भावना को ठेस पहुँचाने का नहीं था, वे तो सिर्फ समाज की कड़वी सच्चाई बयान कर रही थीं।
यूट्यूब पर सरोज सरगम द्वारा अपने चैनल पर एक गाने का वीडियो अपलोड कर माँ दुर्गा के बारें में अपशब्दों का प्रयोग किया गया था। मड़िहान पुलिस द्वारा FIR पंजीकृत कर मुख्य आरोपी सरोज सरगम व उनके पति राममिलन बिन्द की गिरफ्तारी के सम्बन्ध में #सोमेन_बर्मा#SSP_Mirzapur की बाइट- pic.twitter.com/6gBw8e5pHB
— Mirzapur Police (@mirzapurpolice) September 23, 2025
गाँव-समाज में किस तरह की चर्चा और लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद गढ़वा गांव और आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया। कुछ लोगों ने सरोज सरगम का साथ दिया, तो कुछ ने उनकी आलोचना की। बहुत से लोगों का मानना है कि वे अपने गीतों के जरिए समाज की असलियत सामने लाना चाहती थीं, लेकिन शब्द चयन में उनसे गलती हो गई। कुछ का यह भी कहना है कि उनके खिलाफ की गई कारवाई बहुत सख्त है, जबकि उनका इरादा गलत नहीं था।
मामले में मास्टरमाइंड कौन, राजवीर सिंह यादव की साजिश की नई कहानी
जाँच में हैरान करने वाला खुलासा हुआ कि इस पूरे मामले के पीछे राजवीर सिंह यादव नाम का एक शख्स मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस पड़ताल में यह बात सामने आई कि राजवीर का सरोज सरगम से कोई पुराना विवाद था। इसी रंजिश के चलते उसने वीडियो की क्लिपिंग काटकर वायरल किया और पुलिस में शिकायत भी कराई। राजवीर सिंह यादव ने पहले भी उसके चैनल पर कमेंट के जरिए विवाद फैलाने की कोशिश की थी। अब उसकी भूमिका की जाँच हो रही है।
यूट्यूब चैनल की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता ने भी बनाया टारगेट
सरोज सरगम का यूट्यूब चैनल गढ़वा ही नहीं, बल्कि प्रदेश के दूसरे जिलों तक पहुंच चुका है। लोग उनकी बिरहा गायकी को पसंद कर रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि उनकी बढ़ती लोकप्रियता से कुछ लोग जलन महसूस करने लगे थे। इसकी वजह से विरोधियों ने साजिश कर उनकी छवि खराब करने का मौका तलाशा। जिस वीडियो को लेकर विवाद हुआ, वह भी चैनल पर कई दिनों पहले अपलोड हो चुका था, लेकिन अचानक किसी ने उसे लेकर विवाद खड़ा कर दिया।
सरोज सरगम का अब तक का सफर और आगे की चुनौतियाँ
सरोज सरगम ने गरीब घर से आगे बढ़कर अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कठिनाइयों के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और अपनी कला के जरिए देश-प्रदेश में नाम कमाया। आज जब उन पर कठिन वक्त आया है, तब भी वे हिम्मती नजर आ रही हैं। उनका कहना है कि वे जल्द ही सच सामने लाकर बेगुनाही साबित करेंगी। कानूनी सलाहकारों का कहना है कि अगर वीडियो में कोई गलत इरादा या भावना नहीं थी तो उन्हें राहत मिलने की संभावना है।
आखिर क्या सबक है इस पूरे विवाद से
सरोज सरगम विवाद से यह सीखना जरूरी है कि सोशल मीडिया की ताकत जितनी अच्छी है, उतनी बड़ी मुसीबत भी बन सकती है। जब कभी भी कोई सार्वजनिक मंच पर कुछ कहें, तो उसके मायने और उसका असर भी समझना चाहिए। साथ ही, किसी की लोकप्रियता से ईर्ष्या रखना और साजिश करना समाज के लिए नुकसानदायक है। भविष्य में ऐसे मामलों में लोगों को कानून पर भरोसा रखना चाहिए और बिना पूरी सच्चाई जाने किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहिए।