एसबीआई म्यूचुअल फंड का IPO 2026 में आने की तैयारी – निवेशकों के लिए बड़ा मौका!
नई दिल्ली: भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपनी सहायक कंपनी SBI फंड्स मैनेजमेंट (SBIMF) में 6.3% हिस्सेदारी बेचने का निर्णय लिया है। बैंक ने बताया कि यह हिस्सेदारी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के माध्यम से बेची जाएगी। इस आईपीओ के जरिए कुल 10.0013% हिस्सेदारी, यानी करीब 50.8 मिलियन शेयर, बाजार में सूचीबद्ध होंगे। यह आईपीओ 2026 तक पूरा होने की संभावना है।
एसबीआई चेयरमैन चल्ला श्रीनिवासुलु सेटी ने कहा कि, “SBI फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड हमारी लगातार मजबूत प्रदर्शन करने वाली कंपनी है और यह समय IPO लाने के लिए सबसे उपयुक्त है।”
SBI MF IPO 2026: कितनी हिस्सेदारी और कौन बेच रहा है
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड (SBIFML) में लगभग 61.9% हिस्सेदारी है, जबकि AMUNDI एसेट मैनेजमेंट की हिस्सेदारी 36.36% है। इस आईपीओ में SBI अपनी 3,20,60,000 इक्विटी शेयर (6.3%) और AMUNDI अपनी 1,88,30,000 इक्विटी शेयर (3.7%) बेचेगा।
IPO के बाद, SBI MF देश की तीसरी SBI सहायक कंपनी बनेगी जो सूचीबद्ध होगी — SBI कार्ड्स और SBI लाइफ इंश्योरेंस के बाद।
SBI Mutual Fund का बाजार में दबदबा
SBI म्यूचुअल फंड देश की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 15.55% है। सितंबर 2025 तक इसका कुल प्रबंधनाधीन संपत्ति (AUM) ₹16.32 ट्रिलियन थी। इसके पास ₹11.99 ट्रिलियन का क्वार्टरली औसत AUM (QAAUM) भी है।
यह IPO न केवल निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आएगा, बल्कि इससे कंपनी की पब्लिक विजिबिलिटी और मार्केट पोजीशन भी और मजबूत होगी।
IPO से जुड़ी प्रमुख जानकारियाँ
SBI ने कहा कि IPO फ्रेमवर्क एग्रीमेंट 10 नवंबर 2025 तक पूरा किया जाएगा और पूरी प्रक्रिया 2026 में समाप्त होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस IPO से SBI MF की वैल्यूएशन लगभग ₹1 ट्रिलियन आंकी जा रही है, जो इसे भारत का सबसे बड़ा AMC IPO बना सकती है।
IPO का मकसद बाजार भागीदारी को बढ़ाना, साधारण निवेशकों को नए अवसर देना और मौजूदा शेयरधारकों के लिए मूल्य अधिकतम करना है।
SBI का मजबूत प्रदर्शन और भविष्य की योजना
SBI ने हाल ही में Q2FY26 के लिए ₹20,159.7 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 10% की वृद्धि है। बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) ₹42,984 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल 3.3% अधिक है।
बैंक ने अपनी क्रेडिट ग्रोथ गाइडेंस 12-14% तक बढ़ाई है, जबकि विश्लेषक SBI स्टॉक पर 1100 रुपये का टारगेट प्राइस दे रहे हैं।
SBI के चेयरमैन ने यह भी संकेत दिया कि SBI जनरल इंश्योरेंस को भी आने वाले समय में सूचीबद्ध किया जाएगा।
निष्कर्ष
SBI फंड्स मैनेजमेंट का IPO भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक कदम हो सकता है। यह न केवल बैंक के निवेशकों के लिए बल्कि रिटेल निवेशकों के लिए भी बड़ा अवसर होगा।


