SBI Q2 Results: भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने मंगलवार को अपने दूसरी तिमाही (Q2) के वित्तीय नतीजे घोषित किए। बैंक ने बताया कि उसका एकल शुद्ध लाभ साल-दर-साल 10% बढ़कर 20,160 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 18,331 करोड़ रुपये था। यह बढ़त न केवल बाजार की उम्मीदों से बेहतर रही, बल्कि बैंकिंग सेक्टर में स्थिरता और निवेशकों के भरोसे की मजबूत वापसी को भी दर्शाती है।
ब्रोकरेज फर्मों ने जहां लाभ में 17% की गिरावट का अनुमान लगाया था, वहीं SBI ने इन अनुमानों को गलत साबित करते हुए लगातार चौथी तिमाही में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की। यह नतीजे देश की Business सेक्टर की सेहत को लेकर भी एक सकारात्मक संकेत माने जा रहे हैं, खासकर ऐसे समय में जब बैंकिंग उद्योग वैश्विक आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है।
ब्याज आय और NII दोनों में बढ़ोतरी, मजबूत रहा बैंक का प्रदर्शन
SBI के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में शुद्ध ब्याज आय (Net Interest Income – NII) 3.3% बढ़कर 42,984 करोड़ रुपये पहुंच गई। जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 41,620 करोड़ रुपये थी। इसी अवधि में ब्याज आय (Interest Income) भी 5% बढ़कर 1,19,654 करोड़ रुपये दर्ज की गई। बैंक ने डिजिटल बैंकिंग और खुदरा ऋण (retail loan) सेगमेंट में सुधार की बदौलत यह ग्रोथ हासिल की है।
बैंक के अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोन डिस्बर्सल और SME सेक्टर को सपोर्ट ने भी लाभ बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। विशेषज्ञों के अनुसार, देश में आर्थिक सुधार और उपभोक्ता मांग में धीरे-धीरे बढ़ोतरी की है। आने वाले क्वार्टर्स में यह ग्रोथ और तेज हो सकती है, खासकर त्योहारी सीजन के बाद।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना और भविष्य की संभावनाएं
मार्केट विशेषज्ञों के मुताबिक, SBI के नतीजे भारतीय बैंकिंग सेक्टर के लिए एक नई उम्मीद हैं। निवेशक अब इसे एक स्थिर और भरोसेमंद विकल्प के रूप में देख रहे हैं। बैंकिंग इंडस्ट्री में डिजिटल ट्रांजेक्शंस और नए कस्टमर बेस के विस्तार से आने वाले समय में और तेज वृद्धि की संभावना है।
बैंक की बैलेंस शीट और एसेट क्वालिटी में सुधार हुआ है, जिससे नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) में कमी आई है। यह ट्रेंड दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है। साथ ही, वित्त विशेषज्ञों का मानना है कि SBI की रणनीतिक नीतियां देश के आर्थिक ढांचे को और मज़बूत करेंगी।
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