Sitapur UP : में प्रिंसिपल ने बेल्ट से बीएसए पर हमला, ऑफिस में हड़कंप मचा

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में शिक्षा विभाग का माहौल अचानक गरमा गया जब एक प्रिंसिपल ने बीएसए पर बेल्ट से हमला कर दिया। इस हैरान करने वाली घटना का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। मौके पर अफरा-तफरी मच गई और पुलिस को तुरंत आरोपी को हिरासत में लेना पड़ा। शिक्षा विभाग में इस घटना को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है और अब पूरा मामला सोशल मीडिया तथा आम जनता की चर्चा का विषय बन गया है।

Sitapur UP : में प्रिंसिपल ने बेल्ट से बीएसए पर हमला, ऑफिस में हड़कंप मचा

खबर का सार AI ने दिया · GC Shorts ने रिव्यु किया

    उत्तर प्रदेश के सीतापुर (Sitapur, UP) जिले के शिक्षा विभाग का दफ्तर मंगलवार दोपहर अचानक चर्चाओं में आ गया, जब एक सरकारी प्रिंसिपल ने अपने अफसर पर बेल्ट चला दी। यह खबर जैसे ही शहर में फैली, वैसे ही हर किसी की नजर इस मामले पर टिक गई। सीतापुर की शिक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवालों के बीच इस घटना ने सबको चौंका दिया है।

     

    मामूली बात से शुरू हुआ झगड़ा, 22 सेकेंड में बदल गया माहौल

    घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखता है कि बीएसए (BSA) किसी जरूरी काम में जुटे थे, तभी प्रिंसिपल अचानक गुस्से में आ गए। पहले दोनों में कुछ बहस होती है, फिर प्रिंसिपल बेल्ट निकालते हैं और सिर्फ 22 सेकेंड में बीएसए पर कई वार कर देते हैं। बीच-बचाव का मौका किसी को नहीं मिलता। कुछ लोगों ने मामला शांत करने की कोशिश की लेकिन तब तक माहौल गरमा जाता है।

     

    क्यों बढ़ा गुस्सा, फोन तोड़ कर फेंकने का आरोप भी

    जानकारी के मुताबिक, किसी दस्तावेज या शिकायत को लेकर अफसर और प्रिंसिपल में पहले से तनातनी चल रही थी। जब मामले में बात बढ़ गई, तो प्रिंसिपल ने बेल्ट से हमला कर दिया। बीएसए का मोबाइल फोन उठाया और उसे जोर से जमीन पर फेंककर तोड़ दिया। ये पूरी घटना वहां मौजूद स्टाफ की आंखों के सामने हुई। सभी लोग सहम गए कि दफ्तर के माहौल में ऐसा कैसे हो सकता है?

     

    वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर छाया मामला

    इस घटना का छोटा सा वीडियो किसी स्टाफ के मोबाइल में रिकॉर्ड हो गया था। वीडियो में प्रिंसिपल को बेल्ट लेकर बीएसए पर वार करते साफ देखा जा सकता है। चंद मिनटों में ही ये वीडियो व्हाट्सएप, फेसबुक समेत कई प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया। शहर भर में चर्चा शुरू हो गई कि आखिर सरकारी दफ्तर में इस तरह के झगड़े क्यों होते हैं।

     

    घटना के बाद पूरे जिले में मची खलबली, पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई

    जैसे ही इस घटना की खबर जिला शिक्षा विभाग में फैली, पुलिस को इसकी सूचना दी गई। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आरोपी प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, तुरंत आरोपी को जेल भेज दिया गया। खबर मिलने के बाद शिक्षा विभाग के आला अफसर भी बीएसए ऑफिस पहुंचे और घटना की पड़ताल शुरू कर दी।

     

    बीएसए के बयान से सामने आया विवाद का सच

    घायल बीएसए ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे एक शिकायत देखने में व्यस्त थे। इसी बीच आरोपी प्रिंसिपल उनके पास आए। पहले तो कुछ अभद्र बातें हुईं, फिर अचानक उन्होंने बेल्ट निकालकर हमला कर दिया। बीएसए बोले कि उन्होंने खुद कभी अंदाजा नहीं लगाया था कि सरेआम कोई कर्मचारी ऐसी हरकत कर सकता है।

     

     

    शिक्षा विभाग में फैला डर और कर्मचारियों की नाराजगी

    घटना के बाद विभाग के कई कर्मचारी हतप्रभ रह गए। कुछ लोगों ने बताया कि प्रिंसिपल पहले भी कई बार गुस्से में दिख चुके हैं, लेकिन कभी किसी ने नहीं सोचा था कि वे अफसर पर ही इस अंदाज में बेल्ट उठा लेंगे। स्टाफ की मांग है कि आरोपी को सख्त सजा मिले, ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।

     

    सीतापुर पुलिस का कहना, जांच होगी पूरी निष्पक्षता से

    पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। शुरुआती पूछताछ में आरोपी का गुस्सा और विवाद सामने आया है। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि सभी गवाहों से पूछताछ की जाएगी और सीसीटीवी फुटेज भी देखे जाएंगे। दोषी पाए जाने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

     

    लोगों का सवाल: आखिर क्यों बिगड़ा दफ्तर का माहौल?

    आम लोग पूछ रहे हैं कि आखिर एक स्कूल प्रिंसिपल इतने गुस्से में क्यों आया? बच्चों को अनुशासन और शांति सिखाने वाले लोग खुद हिंसा क्यों कर रहे हैं? इस घटना ने शिक्षा जगत और समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन ऐसे मामलों पर सख्ती से कार्रवाई करे।

     

    सेक्यूरिटी बढ़ाने की उठी मांग, अफसरों ने की अपील

    घटना के बाद आला अफसरों ने भी दफ्तरों में सुरक्षा बढ़ाने की बात कही है। अधिकारियों का मानना है कि अब हर दफ्तर में और सख्ती से निगरानी होनी चाहिए, ताकि कोई भी ऐसी घटना दोबारा न हो सके। विभाग ने इस मामले में सभी कर्मचारियों को संयम बरतने और सहयोग करने के लिए कहा है।

     

    शिक्षा व्यवस्था पर गहरा सवाल, सबक लेने की जरूरत

    सीतापुर की इस सनसनीखेज घटना ने बता दिया है कि सरकारी दफ्तरों में भी विवाद बड़ी शक्ल ले सकते हैं। जरूरी है कि प्रिंसिपल और सभी शिक्षा विभाग के अधिकारी संवेदनशील बनें, ताकि स्कूल और दफ्तर का माहौल शांत और सुरक्षित रहे। उम्मीद है कि प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से सबक लिया जाएगा।

    प्रिंसिपल का बीएसए पर हमला:

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