सोने में निवेश: क्या अभी खरीदना सही है?

डिजिटल गोल्ड बनाम भौतिक सोना: क्या चुनें?

सोने में निवेश: क्या अभी खरीदना सही है?

सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड पर – क्या अभी निवेश करना सही है?

पिछले कुछ समय से सोने की कीमतें लगातार नई ऊँचाइयों को छू रही हैं। पिछले हफ्ते जहां सोना ₹1,06,289 (प्रति 10 ग्राम) पर पहुँचा था, वहीं अब यह ₹1.07 लाख तक पहुँच गया है। यानी इस साल की शुरुआत से अब तक (YTD) सोने की कीमतों में लगभग 35% का उछाल आया है।

SS WealthStreet की संस्थापक सुगंधा सचदेवा के अनुसार, इस हफ्ते सोने की कीमतों में करीब 3.82% की बढ़त हुई है और यह लगातार तीसरे सप्ताह बढ़त दर्ज कर रहा है।

क्यों है सोना सुरक्षित निवेश?

सोना लंबे समय से सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में गिना जाता है। ऐतिहासिक रूप से यह दीर्घकाल में सकारात्मक रिटर्न देता है। हाल ही में ज़ेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत ने एक डेटा साझा किया था, जिसमें उन्होंने बताया कि पिछले 24 महीनों में वैश्विक स्तर पर सोने ने इक्विटी से बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि, भारत में स्थिति उलटी रही है, जहाँ शेयर बाज़ार ने सोने से बेहतर रिटर्न दिया।

इस पोस्ट में यह भी बताया गया था कि सोना भारतीय शेयरों की तुलना में लगभग 50% कम उतार-चढ़ाव वाला है और बेहतर जोखिम-समायोजित रिटर्न देता है। इसके अलावा, जब भी भारतीय शेयर बाज़ार में बड़ी गिरावट आई, उस दौरान सोने ने 10–30% तक की बढ़त दर्ज की।

पोर्टफोलियो में सही आवंटन ज़रूरी

अगर आपने पहले सही समय पर सोने में निवेश किया है तो आपको अच्छे मुनाफ़े मिले होंगे। लेकिन जिन्होंने अभी तक निवेश नहीं किया, उनके लिए पोर्टफोलियो में सोने का आवंटन करना महत्वपूर्ण हो सकता है।

सिद्धार्थ आलोक, AVP इन्वेस्टमेंट्स, एप्सिलॉन मनी का कहना है:

“इस सवाल का जवाब आपके एसेट एलोकेशन में छिपा है। अगर आपने पहले से सोने में निवेश कर रखा है और अब वह आवंटन अपनी सीमा तक पहुँच गया है, तो आप कुछ मुनाफ़ा बुक कर सकते हैं। लेकिन सिर्फ़ मौजूदा तेजी को देखते हुए बड़े बदलाव करना सही रणनीति नहीं होगी। सोना सिर्फ़ रिटर्न देने के लिए ही नहीं, बल्कि पोर्टफोलियो में विविधता लाने और आर्थिक अनिश्चितता से बचाव करने के लिए भी अहम है। ऐसे में पूरी तरह से बाहर निकलना या बहुत आक्रामक खरीदारी करने के बजाय पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करना ज़्यादा समझदारी है।”

सोने में निवेश कहाँ करें?

 

सोने में निवेश के कई तरीके है:

गोल्ड फंड्स/FOF (Fund of Funds)

निवेशक चाहें तो गोल्ड म्यूचुअल फंड या फंड ऑफ फंड्स में यूनिट्स लेकर निवेश कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, आदित्य बिड़ला सन लाइफ गोल्ड फंड, एक्सिस गोल्ड फंड और HDFC गोल्ड ETF फंड ऑफ फंड जैसी योजनाएँ उपलब्ध हैं। AMFI के जुलाई 2025 के आँकड़ों के अनुसार, वर्तमान में 21 गोल्ड ETF म्यूचुअल फंड्स हैं, जिनके पास कुल ₹67,000 करोड़ की संपत्ति (AUM) है।

 

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए निवेशक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए वे SBI जैसे किसी भी वाणिज्यिक बैंक की वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

👉 विशेषज्ञों की राय है कि भौतिक सोने में निवेश से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें मेकिंग चार्ज और लॉकर शुल्क जैसे अतिरिक्त खर्च शामिल होते हैं। इसी वजह से डिजिटल गोल्ड या फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स बेहतर विकल्प माने जाते हैं।