Taj Palace Hotel : और केरल मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस अलर्ट पर

दिल्ली के ताज पैलेस होटल और केरल के पद्मनाभस्वामी तथा अट्टुकल देवी मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी ने सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मचा दिया। ईमेल में सुबह 11 बजे तक होटल को खाली कराने का अल्टीमेटम दिया गया था। पुलिस, बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड ने घंटों तलाशी ली मगर कुछ बरामद नहीं हुआ। मामले की जांच साइबर सेल कर रही है ताकि धमकी के स्रोत और आरोपी तक पहुंचा जा सके।

Taj Palace Hotel : और केरल मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी, पुलिस अलर्ट पर

दिल्ली और केरल में शुक्रवार को अचानक अफरा-तफरी का माहौल उस समय बन गया जब ईमेल के जरिए दो बड़े धार्मिक स्थलों और एक फाइव स्टार होटल को बम से उड़ाने की धमकी मिली। धमकी भरे मेल में साफ लिखा था कि होटल में कई बम लगाए गए हैं और सुबह 11 बजे तक जगह खाली कर दी जाए। इस मेल के सामने आने के बाद न सिर्फ राजधानी दिल्ली बल्कि केरल की भी सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हो गईं।

 

चाणक्यपुरी का ताज पैलेस होटल निशाने पर

दिल्ली के वीआईपी इलाकों में गिना जाने वाला चाणक्यपुरी, जहां कई दूतावास, बड़े अधिकारी और राजनयिक रहते हैं, वहां स्थित ताज पैलेस होटल को धमकी मिली। मेल में दावा किया गया कि होटल के भीतर तकरीबन 11 से 16 बम रखे गए हैं। इतना ही नहीं, धमकी देने वालों ने होटल को सुबह तक खाली कराने का अल्टीमेटम दिया। जैसे ही यह जानकारी मिली, दिल्ली पुलिस हरकत में आई और बम स्क्वॉड समेत कई टीमें मौके पर पहुंच गईं।

होटल में ठहरे मेहमानों और कर्मचारियों को तुरंत अलर्ट कर दिया गया। तलाशी अभियान शुरू हुआ। हर मंजिल, हर कमरा और हर कोना चेक किया गया। पुलिस डॉग स्क्वॉड भी लाया गया। घंटों चली इस सर्चिंग के दौरान कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। राहत की बात यह रही कि अफरा-तफरी के बावजूद किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।

 

केरल के दो मंदिर भी शामिल

सिर्फ दिल्ली ही नहीं, धमकीभरे मेल में केरल के दो प्रमुख मंदिर – श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर और अट्टुकल देवी मंदिर – का भी नाम था। दोनों ही मंदिरों का धार्मिक महत्व काफी बड़ा है और यहां रोज हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। जब यह धमकी मंदिरों तक पहुंची तो सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं।

केरल पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और टीमों को मंदिर परिसरों की सुरक्षा जांच के लिए भेजा गया। बम डिस्पोजल स्क्वॉड को बुलाकर हर जगह की गहन तलाशी ली गई। केरल पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि किसी भी तरह का विस्फोटक या संदिग्ध सामान नहीं मिला है। इसके बावजूद सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती गई और आसपास के इलाकों को घेराबंदी करके चेकिंग जारी रखी गई।

 

साइबर सेल ने लिया मोर्चा

धमकी का मामला सामने आने के बाद इसे साइबर अपराध की श्रेणी में रखा गया। जांच की जिम्मेदारी पुलिस की साइबर सेल को सौंप दी गई। शुरुआती जांच में अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह ईमेल कहां से भेजा गया और किसने भेजा।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, तकनीकी जांच टीम मेल के आईपी एड्रेस और सर्वर लोकेशन का पता लगा रही है। कई बार इस तरह की फर्जी धमकियां विदेशों से भी आती रही हैं ताकि सुरक्षा एजेंसियों को परेशान किया जा सके। जांच के दौरान विशेषज्ञ मेल के पैटर्न, भाषा और टेक्निकल सुरागों के सहारे असली साजिशकर्ता तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।

 

दिल्ली हाईकोर्ट को भी मिला था मेल

ध्यान देने वाली बात यह है कि इसी तरह का धमकी भरा ईमेल कुछ दिन पहले दिल्ली हाईकोर्ट को भी मिला था। उस समय भी जांच में यह मेल फर्जी निकला और किसी तरह का विस्फोटक बरामद नहीं हुआ। अब ताज पैलेस होटल और दक्षिण भारत के मंदिरों को मिली धमकी ने एक बार फिर पुलिस को चौकन्ना कर दिया है।

 

अराजकता फैलाने की कोशिश?

विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं के पीछे दो मकसद हो सकते हैं। पहला, लोगों में खौफ और असुरक्षा का माहौल पैदा करना। दूसरा, सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान भटकाना ताकि किसी और वारदात की आसानी से योजना बनाई जा सके। यही वजह है कि पुलिस और खुफिया विभाग दोनों ही इसे हल्के में नहीं ले रहे।

दरअसल, जब किसी बड़े होटल या धार्मिक स्थल को टारगेट करने की धमकी आती है, तो इसका असर सीधा-सीधा आम जनता के भरोसे पर पड़ता है। लोग असुरक्षित महसूस करते हैं और यही आतंक फैलाने वालों का मुख्य उद्देश्य होता है।

 

पर्यटकों और श्रद्धालुओं में चिंता

होटल ताज पैलेस में उस वक्त कई विदेशी मेहमान भी ठहरे हुए थे। धमकी की खबर फैलते ही कुछ देर के लिए दहशत का माहौल बन गया। वहीं केरल के मंदिरों में आने वाले श्रद्धालुओं में भी चिंता दिखी। हालांकि पुलिस ने तुरंत सुरक्षा का भरोसा दिलाया और तलाशी अभियान के बाद हालात सामान्य करने की कोशिश की गई।

स्थानीय प्रशासन की ओर से मंदिर प्रबंधन को साफ हिदायत दी गई है कि किसी भी अज्ञात वस्तु या संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी सुरक्षा कर्मियों को दी जाए। होटल प्रबंधन ने भी पुलिस की मदद से सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का निर्णय लिया है।

 

पुलिस की चौकसी जारी

दिल्ली और केरल दोनों जगह पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भले ही तलाशी में कुछ नहीं मिला लेकिन जांच जारी रहेगी। ईमेल भेजने वाले का पता लगाना फिलहाल सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसके लिए विदेशी एजेंसियों से भी तकनीकी मदद ली जा सकती है।

अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की धमकी भरी मेल को केवल मजाक नहीं कहा जा सकता। जब तक जांच पूरी तरह सामने नहीं आती, तब तक सतर्क रहना जरूरी है। सुरक्षा एजेंसियां किसी भी परिस्थिति में चूक नहीं करना चाहतीं।

 

लोगों से अपील

पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और न ही सोशल मीडिया पर बिना पुष्टि की जानकारी फैलाएं। सुरक्षा से जुड़े किसी भी मुद्दे पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। जांच पूरी होने तक सुरक्षा इंतजाम और मजबूत रखे जाएंगे ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति न पैदा हो।

दिल्ली के होटल और केरल के मंदिरों में मिले धमकी भरे मेल ने एक पल के लिए दहशत जरूर फैलाई, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता ने हालात काबू में रखे। अब सभी की नजरें साइबर जांच दल पर हैं जो इस मेल के असली सूत्रधार तक पहुंचने की कोशिश में दिन-रात जुटी है।

ताज पैलेस होटल और मंदिरों को धमकी कैसे मिली?
दिल्ली के ताज पैलेस होटल और केरल के पद्मनाभस्वामी तथा अट्टुकल देवी मंदिरों को धमकी एक ईमेल के जरिए भेजी गई थी, जिसमें बम लगाकर उड़ाने की बात कही गई।
धमकी मिलने के बाद पुलिस ने क्या कदम उठाए?
पुलिस ने तुरंत बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाकर होटल और मंदिरों की गहन तलाशी ली। किसी तरह का संदिग्ध सामान नहीं मिला।
क्या धमकी असली थी या फर्जी?
तलाशी अभियान में कोई बम या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। फिलहाल इसे फर्जी धमकी माना जा रहा है, हालांकि पुलिस जांच अब भी जारी है।
इस मामले की जांच कौन कर रहा है?
धमकी भरे ईमेल को लेकर मामला साइबर सेल के पास है। तकनीकी जांच के जरिए ईमेल के स्रोत और आरोपी की पहचान की जा रही है।
क्या पहले भी ऐसे ईमेल मिल चुके हैं?
हां, हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट को भी इसी तरह का धमकी भरा ईमेल मिला था, जो बाद में फर्जी निकला। अब वही पैटर्न दोबारा देखने को मिला है।
श्रद्धालुओं और मेहमानों की सुरक्षा के लिए क्या इंतजाम किए गए?
होटल प्रबंधन और मंदिर प्रशासन को सुरक्षा सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं। संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील भी की गई है।

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Gaurav Jha

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