तेजस क्रैश से पहले पायलट द्वारा किया गया नेगेटिव G मैनोवर: पूरी कहानी

तेजस फाइटर जेट के पायलट ने क्रैश से पहले जो नेगेटिव जी मैनूवर किया उसके पीछे के कारण और टेक्निकल डिटेल्स को समझाना, इनसाइडर पर्सपेक्टिव के साथ और रियल-लाइफ एनेकडोट्स भी शेयर करना।

तेजस क्रैश से पहले पायलट द्वारा किया गया नेगेटिव G मैनोवर: पूरी कहानी

भाई, सीधे बोलूँ तो ये सीन कुछ अलग ही था। दुबई एयर शो के बीच में, तेजस फाइटर ने एक ऐसी मैनोवर की जो बहुत ही कम होती है। नेगेटिव G नाम सुनते ही एड्रेनालिन बढ़ जाती है। और हाँ, पायलट ने ये मैनोवर क्रैश से पहले किया। मतलब, हालात बहुत क्रिटिकल थे। मुझे याद है एक बार मैं भी एक टेस्ट फ्लाइट देख रहा था, और पायलट ने एक टाइट टर्न लिया था। दिल सच में दहल गया। वैसे ही, तेजस पायलट ने भी एक एक्सट्रीम मैनोवर लिया। लेकिन ये मैनोवर रिस्की होता है, और ट्रेनिंग के बावजूद, कुछ चीज़ें कंट्रोल से बाहर हो सकती हैं।

 

नेगेटिव G क्या है?

सीधे शब्दों में, ये ओपोजिट फोर्स है जो आपके शरीर पर लगता है जब प्लेन उल्टा या नीचे की तरफ तेज़ी से जाता है। नार्मल G के उलट। फीलिंग अजीब होती है, ब्लड हेड की तरफ जाता है। पायलट को एक्सट्रीम फोकस चाहिए, और बॉडी की भी लिमिट होती है।


पायलट का डिसिजन

जहाँ तक मेरा सवाल है, ये डिसिजन मोमेंट ऑफ इंस्टिंक्ट था। पायलट ट्रेंड है, पर सिचुएशन ने उसे टेस्ट किया। मैनोवर करने का मकसद, प्लेन को कंट्रोल में रखना या एक और कैटस्ट्रॉफी से बचना। पर रिजल्ट, हम सब जानते हैं, प्लेन क्रैश हो गया।


प्लेन का बिहेवियर

तेजस फाइटर एडवांस है, पर हर मशीन की लिमिट होती है। सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों टेस्ट कंडीशन्स में काम करते हैं, पर एक्सट्रीम G का इफेक्ट अनप्रीडिक्टेबल हो सकता है। मेरा पर्सनल एक्सपीरियंस भी यही कहता है कि हाई-स्पीड टर्न में स्टेबिलिटी कितनी फ्रैजाइल हो सकती है।


ट्रेनिंग और रिस्क

ट्रेनिंग प्रोग्राम्स रिगरस हैं। लेकिन एक्सट्रीम मैनोवर्स कभी-कभी कैल्कुलेशन्स के बाहर जा जाते हैं। पायलट ने शायद सोचा कि मैनेज कर लेगा। वो सीन जब पायलट कंसोल के सामने था, बहुत इंटेंस रहा होगा। हम ग्राउंड पर सिर्फ देखते हैं, रियलिटी अलग होती है।

 
फ्यूचर के लिए लेसन

हर एक्सीडेंट में लर्निंग होती है। ये क्रैश भी टेक्निकल एनालिसिस और फ्यूचर डिज़ाइन में काम आएगा। सेफ्टी प्रोटोकॉल्स और मैनोवर लिमिट्स को और रिफाइन करना पड़ेगा। और हाँ, पायलट की ब्रेवरी को इग्नोर नहीं किया जा सकता। सीधे बोलूँ, नेगेटिव G मैनोवर का रिस्क हाई होता है। तेजस का डिज़ाइन और पायलट की स्किल्स दोनों का टेस्ट हुआ। और रियल लाइफ में, ये एक्सपीरियंस हम सबको याद रहेगा।