तेजस लड़ाकू विमान ने 24 साल में दो हादसे देखे है और दुबई एयर शो की घटना ने फिर सवाल खड़े कर दिए इस हल्के विमान से जुड़े ये पांच अहम तथ्य जानना जरूरी है
Seedhi baat बोलूं तो दुबई एयर शो में तेजस का गिरना मेरे अंदर अजीब सी चुभन छोड़ गया। हां, हादसे होते हैं। पर जब अपना देश का बना फाइटर जेट आग में घिरा दिखता है, दिल थोड़ा टूट सा जाता है। और हां, एक बात और। मैंने ऑटोमोबाइल जगत में दस साल में कई मशीनों को अपनी आंखों के सामने टूटते और बनते देखा है। उसी नजर से जब तेजस को देखता हूं, तो कुछ बातें तो अंदर से खटकती हैं। कुछ अच्छी, कुछ सच्ची, कुछ थोड़ी कड़वी।
तेजस का crash record कम है पर zero भी नहीं
लोग बोल रहे हैं कि चौबीस साल में सिर्फ दो हादसे। ठीक है, कम है। पर crash तो crash होता है। खासकर ऐसा प्लेटफॉर्म जिसे हम future backbone कहकर पुकारते हैं। मुझे याद है एक बार एक electric SUV को टेस्ट कर रहा था। कंपनी बड़ा दावा कर रही थी कि software बिलकुल flawless है। मगर भाई, पहली ही रात instrument cluster freeze हो गया। उसी तरह तेजस में भी कभी कभी लगता है कि सब कुछ perfect बोलना जल्दीबाजी है।
तेजस हल्का है, manoeuvre अच्छा करता है। पर हल्का होना हमेशा bonus नहीं होता। खासकर high stress moves के दौरान। एक बार dealer मीटिंग में एक पुराने mechanic ने मुझसे कहा था। हल्की चीजें उड़ती हैं जल्दी और टूटती भी जल्दी। उसकी बात उस समय हंसी लगी थी। पर आज याद आ रही है।
फाइल फोटो : भारतीय तेजस फाइटर जेट से जुड़ी अहम जानकारियां
इंजन हमेशा debate में रहा
ये बात कोई नई नहीं। इंजन imported। कभी कभी भीतरी feeling आती है कि जब तक core चीजें अपनी नहीं होंगी न, भरोसा हमेशा आधा अधूरा लगेगा। Jet तो अपना। जान भी अपनी। पर इंजिन बाहर का। Wo scene jab यकीन थोड़ा हिलता है।
तेजस को लेकर hype ज्यादा, ground reality थोड़ी अलग
कुछ लोग इसे दुनिया का सबसे agile jet बोलने लगते हैं। ठीक है, अच्छा बना है। पर भाई, ज्यादा excitement कभी कभी सच को ढक देता है। और सच ये है कि तेजस अभी learning curve पर है। लंबा रास्ता है। Company पहले भी बोल चुकी कि तेजस next generation level deliver करेगा। पर मुझे याद है एक पिछला model भी इसी तरह का दावा करता था और बाद में dogfight simulation में average निकाल गया था। इस बार उम्मीद है ऐसा न हो। पर दिमाग में शंका रहती है।
दुबई वाला crash सवाल छोड़ गया
क्या technical fault था। क्या pilot side कोई emergency हुआ। क्या system ने गलत reading दी। साफ जवाब अभी नहीं। लेकिन सवाल बहुत हैं। और ये सवाल dangerously important हैं। क्योंकि तेजस को mass deployment की तरफ धकेला जा रहा है। जाहां तक मेरा सवाल है, तेजस को लेकर faith है पर अंधा भरोसा नहीं। आज का हादसा remind करता है कि fighter jets दिखने में cool हों पर अंदर की दुनिया बिल्कुल unforgiving है। सच? तेजस अच्छा jet है। पर अभी भी ऐसा बच्चा लगता है जिसे ज्यादा संभालकर उड़ाना पड़ता है। Grow होना है इसे। और तेजी से।
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