टीकमगढ़ (मध्यप्रदेश): रक्षाबंधन के दिन जहां बहनें अपने भाई की लंबी उम्र के लिए राखी बांध रही थीं, वहीं जिला प्रशासन की लापरवाही ने एक भाई की जिंदगी छीन ली। पलेरा-देरी हाईवे पर बना टूटा हुआ पुल किसी जानलेवा जाल की तरह बन गया, जिसने छतरपुर जिले के एक युवक की जान ले ली।
रक्षाबंधन पर बहन से मिलने जा रहा था भाई
मृतक युवक देवेंद्र राय अपनी बहन के घर राखी बंधवाने जा रहे थे। रात का समय था और उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि आगे का पुल टूटा हुआ है। अंधेरे में उन्होंने बाइक सीधी आगे बढ़ाई और पुल से नीचे नदी में जा गिरे। इस दर्दनाक हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्रशासन ने नहीं लगाए बैरिकेड्स
भारी बारिश के कारण पलेरा-देरी-ददगाये हाईवे पर बना पुल पानी में बह गया था और केवल एक हिस्सा ही बचा था।
लेकिन जिला प्रशासन ने इस पुल को बंद करने के लिए बैरिकेड्स नहीं लगाए और न ही इस मार्ग को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया।
स्थानीय लोगों को पुल की स्थिति की जानकारी थी, लेकिन बाहर से आने वाले लोगों को इसकी कोई सूचना नहीं दी गई।
सुबह हुआ हादसे का खुलासा
जब सुबह स्थानीय लोगों ने पुल के पास मृतक की बाइक देखी तो पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और नदी से शव को बाहर निकाला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
लोगों में गुस्सा, प्रशासन पर सवाल
इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर प्रशासन समय रहते सुरक्षा इंतज़ाम करता, तो रक्षाबंधन जैसे शुभ दिन पर एक बहन की कलाई सुनी नहीं रह जाती।