शतरंज की दुनिया में बड़ा विवाद: पूर्व विश्व नंबर-75 खिलाड़ी किरिल शेवचेंको (Kirill Shevchenko) को मोबाइल फोन छिपाने का दोषी पाए जाने के बाद FIDE ने उनका ग्रैंडमास्टर टाइटल रद्द कर दिया। इसके साथ ही उन्हें तीन साल तक FIDE रेटेड टूर्नामेंट्स से प्रतिबंधित कर दिया गया है।इस तीन साल की सजा में से एक साल का बैन सस्पेंडेड रहेगा। शर्त यह है कि भविष्य में खिलाड़ी कोई और गलती न करें। यह प्रतिबंध 19 अक्टूबर 2024 से 18 अक्टूबर 2026 तक प्रभावी होगा, जबकि सस्पेंडेड अवधि 18 अक्टूबर 2027 तक रहेगी।
इस बात का खुलासा कैसे हुआ?
यह सनसनीखेज मामला पिछले साल स्पैनिश टीम चैम्पियनशिप के दौरान सामने आया। टूर्नामेंट स्थल के पास बने एक निजी बाथरूम से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। फोन पर एक हस्तलिखित नोट चिपका था, जिस पर लिखा था—
"Do not touch! The phone is left for a guest to answer at night."
(“छूना मत! यह फोन रात में मेहमान के लिए रखा गया है।”)
क दिन पहले भी उसी जगह से एक और मोबाइल बरामद हुआ था। संदेह होने पर जांच की गई और खिलाड़ी शेवचेंको पर फोन छिपाने का आरोप लगा। यहां तक कि उनके एक प्रतिद्वंद्वी ने आर्बिटर से शिकायत की थी कि शेवचेंको बार-बार लंबे समय तक बोर्ड से गायब हो जाते हैं।
बाद में उन्होंने फोन छिपाने की बात कबूल की, लेकिन यह दावा किया कि उन्होंने इसे चीटिंग के लिए इस्तेमाल नहीं किया। इसके बावजूद उन्हें टूर्नामेंट से तुरंत बाहर कर दिया गया।
FIDE का कड़ा रुख
FIDE मैनेजमेंट बोर्ड की डिप्टी चेयर डाना रेज़निएसे (Dana Reizniece) ने कहा:
"शीर्ष खिलाड़ियों के बीच चीटिंग मामलों को FIDE बेहद गंभीरता से लेता है। हम रोकथाम और सख्त कार्रवाई पर लगातार काम कर रहे हैं। फेयर प्ले से कोई समझौता नहीं होगा, क्योंकि यही हमारे खेल की विश्वसनीयता और भविष्य के लिए ज़रूरी है।"
इससे पहले FIDE की एथिक्स एंड डिसिप्लिनरी कमीशन (EDC) ने मार्च 2025 में शेवचेंको पर तीन साल का बैन लगाया था, लेकिन GM टाइटल वापस नहीं लिया था। खिलाड़ी ने इस फैसले के खिलाफ अपील की, वहीं FIDE की फेयर प्ले कमीशन ने भी क्रॉस अपील की। नतीजा यह हुआ कि अब खिलाड़ी न सिर्फ बैन हुए, बल्कि ग्रैंडमास्टर का खिताब भी गंवा बैठे।