मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक जनसुनवाई उस वक्त चर्चा में आ गई जब एक महिला ने अपने डिप्टी कलेक्टर पति पर गंभीर आरोप लगा दिए। तबस्सुम बानो नाम की महिला ने सबके सामने बताया कि उनके पति मोहम्मद सिराज मंसूरी अक्सर अय्याशी के लिए थाईलैंड और दुबई जैसी जगहों पर जाते हैं। महिला के मुताबिक, अधिकारी होने का फायदा उठाते हुए सिराज मंसूरी ने कई बड़े शहरों में मकान और बंगले खरीद रखे हैं। जनसुनवाई में सामने आए इन आरोपों से जिले भर के अधिकारी हैरान रह गए।
जनसुनवाई में महिला की चुप्पी टूटी तो उड़े होश
उज्जैन कलेक्टर कार्यालय में चल रही जनसुनवाई में अचानक तबस्सुम बानो ने Khud को मजबूत कर आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने खुलकर बताया कि उनका पति एक डिप्टी कलेक्टर है, लेकिन वो अपना कर्तव्य छोड़कर सिर्फ मौज-मस्ती और विदेश यात्राओं में रुचि रखता है। महिला की बातें सुनकर वहां मौजूद अधिकारी भी असहज हो उठे। तबस्सुम ने जनसुनवाई में अपने पति की गतिविधियों का विस्तार से वर्णन किया और उनके खिलाफ सख्त जांच की मांग की।
विदेश यात्राएं और अवैध कमाई का आरोप
तबस्सुम बानो ने सीधा आरोप लगाया कि उनके पति मोहम्मद सिराज मंसूरी थाईलैंड और दुबई जैसी जगहों पर सिर्फ मौज-मस्ती और अय्याशी के लिए जाते हैं। उन्होंने यहां तक बताया कि डिप्टी कलेक्टर ने अपने पद का गलत इस्तेमाल कर अवैध कमाई की है, जिससे उन्होंने कई जगहों पर मकान, दुकान और बंगले खरीद लिए हैं। तबस्सुम के अनुसार, इतनी संपत्ति सिर्फ वेतन से संभव नहीं है।
खुद की जान को लेकर डर में जी रही है पत्नी
बात सिर्फ अवैध कमाई या अय्याशी तक सीमित नहीं रही। तबस्सुम बानो ने बताया कि उन्हें अपने और अपने बच्चों की जान को लेकर डर सता रहा है। उन्होंने जनसुनवाई में प्रशासन से सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो किसी भी अनहोनी के लिए उनके डिप्टी कलेक्टर पति जिम्मेदार होंगे। उनकी मांग थी कि मोहम्मद सिराज मंसूरी के खिलाफ तुरंत जांच शुरू होनी चाहिए।
आस-पास के लोगों में चर्चा का विषय बना मामला
इस पूरे मामले ने उज्जैन और आस-पास के क्षेत्रों में हलचल मचा दी है। लोग अब डिप्टी कलेक्टर की कथित अय्याशी और संपत्ति को लेकर चर्चा कर रहे हैं। साथ ही, लोग यह भी जानना चाह रहे हैं कि इस जनसुनवाई के बाद प्रशासन क्या कदम उठाएगा। डिप्टी कलेक्टर की छवि अचानक कटघरे में आ गई है और देखना है कि जांच कहां तक पहुंचती है।
डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ जांच की उठी मांग
जनसुनवाई के बाद जिला प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। स्थानीय लोगों और पीड़िता ने प्रशासन से मांग की है कि पूरी गंभीरता से मोहम्मद सिराज मंसूरी की विदेश यात्राओं, आय और संपत्ति की जांच कराई जाए। महिला लगातार यही सवाल कर रही है कि सरकारी पद पर रहते हुए इतनी बड़ी संपत्ति कैसे अर्जित की गई।
आरोपों को लेकर क्या है प्रशासन का रुख
अब सभी की नजरें प्रशासन की जांच कार्रवाई पर टिकी हैं। कलेक्टर कार्यालय के अफसरों ने दावा किया है कि वे पूरे मामले की संवेदनशीलता को समझ रहे हैं और जल्द ही डिप्टी कलेक्टर के ऊपर लगे आरोपों की गहन जांच करवाई जाएगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी सतर्क हो गई है और महिला के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
जनसुनवाई जैसी व्यवस्था का महत्व बढ़ा
यह मामला साबित करता है कि भारत में जनसुनवाई जैसी व्यवस्थाएं आम लोगों की समस्याएं उजागर करने का बड़ा माध्यम बन चुकी हैं। क्योंकि तबस्सुम बानो ने इसी मंच को अपने दर्द की आवाज़ बनाया, प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई और विवादित डिप्टी कलेक्टर की करतूतों पर सवाल खड़े किए। इस घटना के बाद जनसुनवाई में न्याय और कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
क्या होगा अगला कदम
अब देखना होगा कि इस पूरे प्रकरण में प्रशासन कितना सजग रहता है, और डिप्टी कलेक्टर मोहम्मद सिराज मंसूरी के खिलाफ कौन सी कार्रवाई की जाती है। तबस्सुम बानो ने अपने साहस से न सिर्फ अपने लिए न्याय की राह बनाई, बल्कि अन्य महिलाओं के लिए भी संदेश दिया कि डरना नहीं चाहिए।