उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से निकली यह खबर पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। यहां एक पौत्री ने अपने ही प्रेमी के साथ मिलकर अपनी बुजुर्ग दादी की निर्मम हत्या कर दी। घटना देर रात की है जब प्रेमी चोरी-छिपे घर आया और दोनों को दादी ने देख लिया। इसके बाद जो हुआ उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। पौत्री और उसके प्रेमी ने मिलकर सिलबट्टे से दादी का सिर कुचल दिया और मौके पर ही उनकी जान ले ली।
देर रात प्रेमी को घर बुलाने से शुरू हुआ खौफनाक खेल
पुलिस की शुरुआती जांच के अनुसार, पौत्री ने देर रात अपने प्रेमी को घर बुलाया था। दोनों चुपचाप कमरे में बैठे थे। तभी दादी अचानक वहां पहुंच गईं। बुजुर्ग दादी ने पौत्री और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। पकड़े जाने के डर और शर्म के कारण पौत्री और उसका प्रेमी घबरा गए और गुस्से में उन्होंने दादी पर हमला कर दिया।
सिलबट्टे से वार कर मौत के घाट उतार दी गई मासूम दादी
गुस्से में आए प्रेमी ने पास ही रखा भारी सिलबट्टा उठाया और दादी के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। इस वारदात में दादी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना इतनी दर्दनाक थी कि शव देखकर पड़ोसियों के रोंगटे खड़े हो गए। हत्या के बाद दोनों ने शव को छुपाने की कोशिश की और बाथरूम में घिनौना काम किया, लेकिन उनके इरादे ज्यादा देर तक छिपे नहीं रह सके।
हत्या के बाद घबराए आरोपी और पुलिस की तेज कार्रवाई
वारदात के बाद पौत्री और उसका प्रेमी शव को छुपाने की कोशिश करने लगे। पड़ोसियों ने घर से आती आवाजें और हलचल देखी तो शक हुआ और उन्होंने पुलिस को खबर दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के दौरान सच सामने आ गया। आरोपियों को पकड़ लिया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने पौत्री को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि प्रेमी को भी हिरासत में लिया गया है।
पड़ोसियों और गांव वालों में दहशत और गुस्सा
इस वारदात ने गांव वालों को हिला कर रख दिया है। लोगों का कहना है कि आज के रिश्तों में जिस तरह से गिरावट आई है, उसने समाज को शर्मसार कर दिया है। जिस दादी ने अपनी पौत्री को पाला, उसी ने उसे मौत के घाट उतार दिया। गांव में गुस्से का माहौल है और लोग पौत्री के इस कदम को माफी के लायक नहीं मान रहे।
पुलिस की जांच और प्रेमी की भूमिका पर सवाल
पुलिस का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। प्रेमी की भूमिका भी उतनी ही गंभीर है क्योंकि उसने ही दादी के सिर पर वार किया था। हालांकि पौत्री की सहमति और उसका शामिल होना इस हत्या को और भी भयावह बना देता है। जांच में यह भी सामने आ रहा है कि दोनों लंबे समय से रिश्ते में थे और दादी को इस बारे में शक था।
जालौन की यह घटना रिश्तों और नैतिकता की बड़ी सीख देती है
यह घटना केवल एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि यह समाज के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। आखिर किस दिशा में जा रहा है युवा वर्ग? क्यों रिश्तों की मर्यादा और परिवार की इज्जत को ताक पर रखकर ऐसी घटनाएं हो रही हैं? दादी की हत्या ने हर उस इंसान को सोचने पर मजबूर कर दिया है जो रिश्तों को सबसे बड़ा मानता है।