Uttar Pradesh: 11 जिलों में ओले और 15 क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी

उत्तर प्रदेश में अक्टूबर महीने में मौसम ने करवट ले ली है। प्रदेश के ग्यारह जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट और पंद्रह जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है। तेज हवाओं, बिजली गिरने और शहरी जलभराव के खतरे के साथ-साथ किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने लोगों को घर के अंदर रहने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है, जबकि राज्य में अगले दो-तीन दिनों तक यही हालात बने रह सकते हैं।

Uttar Pradesh: 11 जिलों में ओले और 15 क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी

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    अक्टूबर महीने में उत्तर प्रदेश में मौसम ने करवट ली है और अब राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश और ओले गिरने का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग ने प्रदेश के ग्यारह जिलों में ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है, वहीं पंद्रह जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है।

     

    पश्चिमी विक्षोभ से बिगड़े हालात

    प्रदेश में मौसम खराब होने का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अरब सागर से आने वाली नमी और बंगाल की खाड़ी से मिलने वाली हवाओं का संगम इस बदले मौसम की वजह बना है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है।

     

    इन जिलों में गिरेंगे ओले

    मौसम विभाग ने ओलावृष्टि के लिए खास चेतावनी जारी की है। सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर जिलों में आज गरज-चमक के साथ बर्फीले गोले गिरने की पूरी संभावना है। इन जिलों के किसान भाइयों को अपनी खड़ी फसलों की सुरक्षा के लिए विशेष सावधानी बरतनी होगी क्योंकि ओले फसलों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।

     

    पंद्रह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

    प्रदेश के पंद्रह जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है जहां आज तेज बारिश होने की पूरी उम्मीद है। इनमें हापुड, बुलंदशहर, अलीगढ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा और औरैया जैसे महत्वपूर्ण जिले शामिल हैं। इन इलाकों में दिन भर में कभी भी मूसलाधार बारिश शुरू हो सकती है।

     

    तेज हवाओं से बढ़ेगी परेशानी

    बारिश और ओलों के साथ ही प्रदेश में तीस से चालीस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है। इन झोंकेदार हवाओं से पेड़-पौधे गिर सकते हैं और बिजली के तार टूटने का खतरा रह सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों के बाहर लगे बोर्ड और अन्य सामान को सुरक्षित कर लें।

     

    अड़तीस जिलों में वज्रपात की आशंका

    प्रदेश के कुल अड़तीस जिलों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात यानी बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। इनमें बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, जालौन, बदायूं, बरेली, संभल जैसे जिले शामिल हैं। खुले मैदान में काम कर रहे लोगों को खास सावधानी बरतनी चाहिए और सुरक्षित स्थान पर आ जाना चाहिए।

     

    किसानों के लिए चिंता की बात

    इस समय प्रदेश में खरीफ की फसल तैयार होने के करीब है और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हो सकता है। धान, मक्का, गन्ना और सब्जियों की फसलें खास तौर पर ओलों की मार झेल सकती हैं। कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों को ढकने की व्यवस्था करें और जरूरत पड़ने पर फसल बीमा का फायदा उठाएं।

     

    शहरी इलाकों में जलभराव की समस्या

    तेज बारिश से प्रदेश के शहरी इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है। खासकर लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ जैसे बड़े शहरों में सड़कों पर पानी भरने की आशंका है। नगर निगम और नगर पालिका के अधिकारियों को तैयारी रखनी होगी ताकि पानी निकासी की उचित व्यवस्था की जा सके।

     

    तापमान में गिरावट के आसार

    इस मौसम परिवर्तन के साथ प्रदेश के तापमान में भी गिरावट देखी जा सकती है। दिन का तापमान बत्तीस डिग्री तक पहुंच सकता है जबकि रात में यह पच्चीस डिग्री के आसपास रह सकता है। आने वाले दिनों में ठंडक बढ़ने की संभावना है जिससे लोगों को राहत मिल सकती है।

     

    यातायात व्यवस्था पर प्रभाव

    तेज बारिश और आंधी-तूफान से प्रदेश की यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है। हाईवे पर गाड़ी चलाने वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकलें। रेल और हवाई सेवाओं में भी देरी हो सकती है।

    मौसम विभाग के अनुसार यह स्थिति अगले दो-तीन दिन तक बनी रह सकती है और बुधवार के बाद धीरे-धीरे मौसम सुधरने के संकेत हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे घर के अंदर रहें और अनावश्यक बाहर न निकलें।

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