उत्तराखंड में फिर बादल फटा तस्वीरें देख कांप उठे लोग

उत्तराखंड में आधी रात को थराली में बादल फटने से भारी तबाही मची। धराली के बाद आई इस आपदा से लोग दहशत में हैं और हालात बेहद डरावने नज़र आ रहे हैं।

उत्तराखंड में फिर बादल फटा तस्वीरें देख कांप उठे लोग

उत्तराखंड में फिर कहर बरपाया बादल, थराली में आधी रात को मची तबाही

उत्तराखंड लगातार बर्फ़बारी और मूसलाधार बारिश से जूझ रहा है। बीती रात चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बादल फटने की खबर ने फिर से प्रदेशवासियों को दहशत में डाल दिया। देर रात करीब 1 बजे टुनरी गधेरे में बादल फट गया, जिससे आसपास के इलाकों—राड़ीबगड़ और चेपडो—में भारी तबाही देखने को मिली।

तबाही का मंजर

बादल फटने के बाद थराली तहसील मुख्यालय समेत कई इलाकों में भारी मलबा घुस आया।एसडीएम आवास भी इसकी चपेट में आ गया। चार फीट तक मलबा अंदर भर जाने के कारण वहां का सामान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।कई घरों व दुकानों में मलबा भर गया और वाहन मलबे में दब गए।थराली बाजार और कोटदीप तहसील परिसर भी भारी मलबे से पटा हुआ है।सागवाड़ा गांव में एक लड़की और एक बुज़ुर्ग के मलबे में दब जाने की सूचना है।

नदियों का बढ़ा जल स्तर

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश की वजह से प्राणमती और पीड़र नदियों का जल स्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। इससे निचले इलाकों में खतरे की आशंका और बढ़ गई है।

सड़कें ठप और स्कूल बंद

थराली विधानसभा के कई गांवों को जोड़ने वाली दर्जनों सड़कें बाधित हो गई हैं।थराली–ग्वालदम मार्ग भी मलबे की वजह से बंद पड़ा है।हालात को देखते हुए प्रशासन ने थराली, देवाल और नारायणबगड़ ब्लॉकों के सभी स्कूलों में छुट्टी का ऐलान कर दिया है।

राहत और बचाव कार्य जारी

जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायज़ा लिया।पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की टीमें युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।अवरुद्ध मार्गों को खोलने का प्रयास लगातार जारी है।चमोली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर तैनात है। इसमें 4 डॉक्टर, 6 स्टाफ नर्स, एक फार्मासिस्ट और एंबुलेंस शामिल हैं।

चुनौतियों के बीच रेस्क्यू

लगातार खराब मौसम की वजह से राहत कार्य में दिक्कतें आ रही हैं। मलबा हटाने और फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित जगहों पर शरण लेने की अपील की है।

 

थराली में बादल फटने की घटना कब हुई?
यह घटना देर रात करीब 1 बजे चमोली जिले के थराली क्षेत्र के टुनरी गधेरे में हुई।
बादल फटने से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र कौन से रहे?
राड़ीबगड़ और चेपडो गांव, थराली तहसील मुख्यालय, थराली बाजार और कोटदीप तहसील परिसर में भारी मलबा घुस गया।
इस आपदा में क्या नुकसान हुआ?
कई घर, दुकानें और वाहन मलबे में दब गए। एसडीएम आवास में चार फीट तक मलबा भर गया। कुछ लोगों के मलबे में दबने की सूचना भी है।
क्या नदियों का जल स्तर भी प्रभावित हुआ है?
जी हाँ, प्राणमती और पीड़र नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में खतरा और बढ़ गया है।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
एसडीएम, जिलाधिकारी और एसडीआरएफ–एनडीआरएफ टीमें मौके पर मौजूद हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है और लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
क्या स्कूल और सड़कें बंद कर दी गई हैं?
हाँ, मलबा और खतरे को देखते हुए थराली, देवाल और नारायणबगड़ ब्लॉकों के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं और कई सड़कें ठप पड़ी हैं।
क्या मौसम बचाव कार्य में रुकावट डाल रहा है?
बिल्कुल, लगातार बारिश और खराब मौसम से मलबा हटाने और लोगों को निकालने में काफी मुश्किलें आ रही हैं।