श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। 17 दिनों से रुकी हुई श्री माता वैष्णो देवी यात्रा अब फिर से शुरू होने जा रही है। खराब मौसम और मार्ग की मरम्मत के कारण अस्थायी रूप से रोकी गई इस यात्रा को अब 14 सितंबर (रविवार) से दोबारा खोल दिया जाएगा।
क्यों रोकी गई थी यात्रा?
26 अगस्त को कटरा के त्रिकुटा पर्वत की अधकुवारी घाटी में बादल फटने और भूस्खलन की घटना हुई थी। इस हादसे में 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 20 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद तीर्थयात्रा को श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए स्थगित कर दिया गया था।
श्राइन बोर्ड की तैयारी और घोषणा
श्राइन बोर्ड ने नवरात्र से पहले यात्रा को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यात्रा करने वाले हर यात्री को वैध पहचान पत्र साथ रखना होगा।
निर्धारित मार्गों का पालन अनिवार्य होगा।
सभी को RFID-आधारित ट्रैकिंग कार्ड पहनना होगा।
किसी भी जानकारी, लाइव अपडेट, ऑनलाइन बुकिंग और हेल्पलाइन के लिए श्रद्धालु आधिकारिक वेबसाइट www.maavaishnodevi.org पर जा सकते हैं।
श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील
बोर्ड ने अपील की है कि सभी यात्री जमीनी कर्मचारियों और सुरक्षा अधिकारियों के साथ सहयोग करें। अस्थायी रोक के दौरान धैर्य और संयम बनाए रखने के लिए श्रद्धालुओं का आभार भी जताया गया है।
नवरात्र से पहले बड़ी राहत
हर साल नवरात्र के दौरान लाखों श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के दरबार में दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यात्रा का दोबारा शुरू होना भक्तों के लिए बड़ा तोहफा है। इससे न केवल तीर्थस्थल में रौनक लौटेगी बल्कि स्थानीय लोगों की आजीविका और पर्यटन को भी नई ऊर्जा मिलेगी।