ही समाज के लिए सुहाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ जिसमें दावा किया गया कि ट्रेन और एक व्यक्ति की टक्कर होने वाली थी। लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह वीडियो भ्रामक और गलतहै। रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने इस पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वीडियो किसी पुराने या अलग मामले का हो सकता है न कि हाल की कोई घटना।
सोशल मीडिया की सच्चाई
सोशल मीडिया पर किसी भी घटना को देखकर तुरंत शेयर करना आज के समय में आम बात हो गई है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि अक्सर वीडियो एडिट या पुराना फुटेजनई घटनाओं की तरह पेश किया जाता है।
इस वीडियो के मामले में भी ऐसा ही पाया गया।
अधिकारियों की चेतावनीस्थानीय पुलिस और रेलवे विभाग ने स्पष्ट किया कि लोग बिना पुष्टि के वीडियो और खबरें शेयर न करें। उन्होंने कहा कि ऐसे झूठे वीडियो समाज में डर और अफवाहें फैलाते हैं। रेलवे ने सोशल मीडिया पर अपने आधिकारिक पेज पर भी संदेश जारी किया कि यह वीडियो हाल की कोई घटना नहीं है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
लोगों ने इस चेतावनी के बाद वीडियो को सोशल मीडिया पर दोबारा फैलाना कम कर दिया। कई लोगों ने लिखा कि पहले सत्यापन करना चाहिए। कुछ लोग कहते हैं कि ऐसी घटनाओं को देखकर डरना आसान है, पर वास्तविकता अलग होती है। कैसे बचें भ्रामक वीडियो सेवीडियो या खबर की आधिकारिक स्रोत से पुष्टि करें।
सोशसोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो तेजी से फैलते हैं।
मीडिया पर देख कर किसी भी घटना पर प्रतिक्रिया न दें।संदिग्ध सामग्री को रिपोर्ट करें ताकि वायरल न हो। अधिकारियों की यह चेतावनी याद दिलाती है कि हमें हमेशा सत्यापन करना चाहिए। झूठी खबरें केवल डर और अफवाह फैलाती हैं। सही जानकारी रक्षित और विश्वसनीय है।


