ताजमहल के अंदर का वो हिस्सा, जहां जाना है मना, देखिए तस्वीरें
आगरा(Agra) का ताजमहल (Taj Mahal) दुनिया के सात अजूबों में शुमार है। अपनी अनोखी खूबसूरती, भव्यता और शानदार वास्तुकला के कारण यह हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि ताजमहल के अंदर एक ऐसा हिस्सा भी है, जहां आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह से निषिद्ध है। हाल ही में इस छुपे हुए हिस्से को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसने लोगों की जिज्ञासा और बढ़ा दी है।
क्या है असली और नकली कब्रों का रहस्य
ताजमहल के भीतर जो कब्रें पर्यटकों को दिखाई देती हैं, वे असल में ‘सिनोटैफ’ यानी प्रतीकात्मक कब्रें हैं। असली कब्रें इन नकली कब्रों के ठीक नीचे स्थित एक विशेष अंडरग्राउंड कक्ष में मौजूद हैं। यह कमरा पूरी तरह सुरक्षित रखा गया है और इसकी पहुंच सीमित है।इस हिस्से को आम जनता के लिए नहीं खोला जाता। सिर्फ कुछ चुनिंदा धार्मिक अवसरों पर ही इसे खोला जाता है।
आखिर क्यों है यह हिस्सा बंद?
इतिहासकारों और विशेषज्ञों का मानना है कि असली कब्रों को छुपाकर रखना उनकी सुरक्षा और पवित्रता के लिए ज़रूरी है। ताजमहल रोज़ाना हजारों सैलानियों से भरा रहता है। ऐसे में अगर यह अंडरग्राउंड हिस्सा सबके लिए खोल दिया जाए, तो न केवल सुरक्षा को खतरा बढ़ेगा बल्कि संरचना को भी नुकसान पहुंच सकता है।
सोशल मीडिया पर चर्चा
हाल ही में वायरल हुए वीडियो में दावा किया गया कि ताजमहल के उस गुप्त हिस्से की झलक दिखाई गई है, जहां शाहजहां और मुमताज महल की असली कब्रें स्थित हैं। वीडियो वायरल होते ही लोग हैरान रह गए और सोशल मीडिया पर इस रहस्य को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएँ आने लगीं।
कुछ लोग इसे ऐतिहासिक धरोहर की गरिमा से जोड़ रहे हैं, तो कुछ के लिए यह जानकारी ताजमहल को और रहस्यमयी बना रही है।
रहस्य जो बढ़ाता है आकर्षण
ताजमहल की संगमरमर की नक्काशी, बाग-बगीचे और मीनारें पहले ही दुनिया को मोह लेते हैं। लेकिन असली कब्रों का यह छिपा हुआ हिस्सा इसकी खूबसूरती के साथ-साथ रहस्य को भी जीवित रखता है। यही वजह है कि यह स्मारक न सिर्फ प्रेम का प्रतीक है, बल्कि इतिहास और रहस्यों का खजाना भी है।