Zubeen Garg Death Case: सिंगापुर हादसा, पुलिस एक्शन और गिरफ्तारी की पूरी खबर

जुबीन गर्ग डेथ केस में सिंगापुर स्कूबा डाइविंग हादसे से लेकर पुलिस के बड़े एक्शन तक, मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और आयोजक श्यामकानू महांता की गिरफ्तारी, लुकआउट नोटिस जारी होने, एसआईटी की गहन जांच और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के कड़े बयान के बीच असम और पूरे नॉर्थईस्ट में लोगों के गुस्से और जुबीन गर्ग को न्याय दिलाने की मुहिम की पूरी जानकारी यहां विस्तार से पढ़ें।

Zubeen Garg Death Case: सिंगापुर हादसा, पुलिस एक्शन और गिरफ्तारी की पूरी खबर

खबर का सार AI ने दिया · GC Shorts ने रिव्यु किया

    जुबीन गर्ग की मौत और पुलिस का नया एक्शन

    असम के मशहूर गायक और युवाओं के दिल की धड़कन जुबीन गर्ग की जब से सिंगापुर में मौत हुई है तब से हर कोई दुखी है। अब जाकर पुलिस ने इस मामले में एक नया एक्शन लिया है। जुबीन गर्ग के जो मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और सिंगापुर फेस्टिवल के जो ऑर्गेनाइज़र थे श्यामकानू महांता, इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और जुबीन का फोन भी बरामद कर लिया है।

    गिरफ्तारी कहाँ से हुई

    जानकारी के अनुसार श्यामकानू महांता को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। वे सिंगापुर से भारत लौट रहे थे। वहीं सिद्धार्थ शर्मा को पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है और इन दोनों को पुलिस ने 14 दिन की कस्टडी में भेजा है। असम की पुलिस इस मामले में इन दोनों लोगों से दो हफ्ते तक पूछताछ करेगी।

    फैन्स और न्याय की मांग

    जुबीन गर्ग की अचानक मौत से उनके प्रशंसकों में काफी गुस्सा है। बड़ी तादाद में लोगों ने उनके अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया था। उसके बाद से ही जुबीन को न्याय दिलाने की एक मुहिम भी शुरू हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करके छानबीन करने का काम शुरू कर दिया है। उसी के आधार पर सिद्धार्थ और श्यामकानू को गिरफ्तार किया गया है।

    मुख्यमंत्री का बयान और लुकआउट नोटिस

    इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जुबीन गर्ग की मौत के मामले में बताया था कि नॉर्थ ईस्ट फेस्ट के आयोजन और जुबीन गर्ग के जो मैनेजर थे, उनके खिलाफ उन्होंने लुकआउट नोटिस जारी किया है।

    मुख्यमंत्री कहते हैं कि जांच एजेंसियां इस मामले में बहुत ही गहराई से जांच पड़ताल कर रही हैं और जो भी जिम्मेदार लोग पाए जाएंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा के घर पर एसआईटी ने तलाशी अभियान भी चलाया था।

    लुकआउट नोटिस क्या होता है

    हम आपको बता दें लुकआउट नोटिस आमतौर पर अपराध, आतंकवाद, आर्थिक घोटाले, नक्सली गतिविधियों या धोखाधड़ी के मामलों में जारी किया जाता है। अगर किसी पर यह नोटिस लगता है तो वह आरोपी देश से बाहर नहीं जा सकता ताकि उसकी जांच या कानूनी कार्रवाई में मौजूदगी सुनिश्चित हो।

    जुबीन गर्ग केस: गिरफ्तारी से क्या सच्चाई सामने आएगी?

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