दिवाली का त्यौहार आते ही हर घर में मिठाइयों की खुशबू फैल जाती है। चाहे बड़े हों या बच्चे, सभी के लिए कुछ मीठा खास बनाना जैसे परंपरा बन गई है। इस बार क्यों न बाजार से मिठाई खरीदने के बजाय घर पर ही आगरा का मशहूर पानवाला पेठा तैयार किया जाए। यह मिठाई स्वाद में तो लाजवाब होती ही है, साथ ही सेहत के लिए भी हल्की होती है।
पानवाला पेठा क्या होता है और क्यों है खास
पानवाला पेठा असल में उत्तर प्रदेश के आगरा शहर की पहचान है। वहां के पेठे की मिठास और नरमी देश भर में मशहूर है। लेकिन पानवाला पेठा थोड़ा अलग अंदाज़ में बनता है। इसमें पान का स्वाद, गुलकंद और छोटे सूखे फलों की खुशबू होती है। इसे खाने के बाद जो ठंडक और मिठास जुबान पर रहती है, वो सीधी मन को छू जाती है।
यह पेठा पारंपरिक पेठे की तरह ही बनता है, बस इसमें पान के रस और गुलकंद को बड़ी बारीकी से मिलाया जाता है। इसे ठंडा करके परोसा जाता है, इसलिए दिवाली जैसे उत्सव पर यह मुंह मीठा करने का बेहतरीन तरीका है।
पानवाला पेठा बनाने के लिए जरूरी सामग्री
घर पर पानवाला पेठा बनाने के लिए आपको बहुत ज्यादा चीजों की जरूरत नहीं पड़ती। बस कुछ आसान सामग्री अपने किचन में तैयार रखें और मीठास भरी खुशबू से घर को महका दें।
इसके लिए चाहिए – पेठे वाली कद्दू (जिसे सफेद कद्दू या अश गार्ड भी कहते हैं), चीनी, पान का अर्क या पान के पत्ते, गुलकंद, छोटा कतरा हुआ नारियल, पिस्ता-बादाम के पतले टुकड़े, और थोड़ा सा हरा रंग जो पान जैसा दिखे। अगर चाहें तो इसमें इलायची पाउडर से भी स्वाद बढ़ा सकते हैं।
घर पर पानवाला पेठा बनाने की आसान विधि
सबसे पहले सफेद कद्दू को छीलकर उसके बीज निकाल लें। फिर छोटे चौकोर टुकड़े काट लें। अब एक बड़े भगोने में पानी डालकर इन्हें हल्की आंच पर तब तक उबालें जब तक यह थोड़ा नरम न हो जाएं। इसके बाद पानी से निकालकर सूखने दें।
अब एक कड़ाही में चीनी और थोड़ा पानी डालें, और उसे पकाएं जब तक कि एक तार की चाशनी न बन जाए। जब चाशनी तैयार हो जाए, तब उसमें उबले हुए कद्दू के टुकड़े डाल दें और 10–12 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं, ताकि चीनी का रस अंदर तक चला जाए।
अब उन्हें बाहर निकालकर ठंडा होने दें। ठंडा होने के बाद उस पर पान का अर्क डालें या पान के पतों का रस धीरे-धीरे मिलाएं। अब गुलकंद मिलाकर उन्हें हल्के हाथ से मिक्स करें। अगर चाहें तो थोड़ा सा हरा रंग घोलकर पेठे को सुंदर पान जैसा रंग दें।
कुछ घंटे तक फ्रिज में रख दें ताकि स्वाद अच्छे से बैठ जाए। और ये लीजिए, घर का बना हुआ आगरा स्टाइल पानवाला पेठा तैयार!
दिवाली पर पानवाला पेठा परोसने का अलग अंदाज
जब मेहमान दिवाली पर घर आएं तो परंपरागत मिठाईयों के साथ पानवाला पेठा जरूर पेश करें। एक प्लेट में इसे गुलकंद और बारीक कटे मेवों से सजाएं। यह देखने में इतना आकर्षक लगता है कि हर किसी का मन इसे खाने का कर उठता है।
अगर आप इसे बच्चों के लिए बना रहे हैं, तो अंदर थोड़ी-सी चॉकलेट की परत या क्रश्ड बादाम डालकर भी परोस सकते हैं। नए स्वाद के साथ पारंपरिक मिठाई का यह मेल सभी को पसंद आएगा।
पानवाला पेठा खाने के फायदे भी हैं कमाल के
यह सिर्फ स्वादिष्ट मिठाई नहीं है, बल्कि इसमें कई पौष्टिक गुण भी हैं। सफेद कद्दू शरीर को ठंडक देता है और पाचन को ठीक रखता है। पानवाला पेठा खाने से भारी भोजन के बाद ताजगी महसूस होती है। यह पेट को हल्का रखता है और मसालों वाली डिश के बाद इसे मुंह मीठा करने के लिए खाना बहुत अच्छा माना जाता है।
गुलकंद आंखों और त्वचा के लिए भी उपयोगी माना जाता है, इसलिए यह मिठाई स्वाद के साथ सेहत का भी ख्याल रखती है। जो लोग बाजार की बनी मिठाइयों के हेल्थ इफेक्ट को लेकर चिंतित रहते हैं, उनके लिए यह घर की साफ-सुथरी रेसिपी एक बेहतरीन विकल्प है।
आगरा के इस स्वाद से सजाएं अपनी दिवाली
आगरा सिर्फ ताजमहल की वजह से नहीं बल्कि अपने विशिष्ट पेठे के लिए भी मशहूर है। अगर आप इस दिवाली अपने घर की मिठाई में कुछ नया करना चाहते हैं, तो यह Diwali Special Sweets आपकी थाली में एक शानदार शामिल हो सकती है।
घर की रसोई में तैयार किया गया यह पानवाला पेठा जब पूरे परिवार के साथ खाया जाता है, तो मिठास रिश्तों में भी उतर जाती है। दिवाली की रोशनी, सजावट, नए कपड़े और इस तरह का खास स्वाद, त्योहार को यादगार और खुशियों से भरा बना देता है।
त्योहार सिर्फ लाइट्स और सजे घर का नहीं होता, वह हमारे दिलों का उत्सव होता है। इस दिवाली बाजार की मिठास के बजाय अपने हाथों का पेठा बनाएं। पान की खुशबू और गुलकंद की मिठास से भरा यह आगरा वाला Diwali Special Sweets हर मेहमान के चेहरे पर मुस्कान ला देगा।
तो इस बार दीयों के साथ-साथ अपने किचन में भी रोशनी बिखेरिए, और बनाइए आगरा का सबसे प्रसिद्ध पानवाला पेठा जो दिल को भी मीठा कर दे।