बीते सप्ताह सोने की कीमतों में अचानक तेज गिरावट देखने को मिली। केवल चार कारोबारी दिनों में ही ऑल टाइम हाई स्तर से सोना 10 ग्राम पर 7,000 रुपये से अधिक सस्ता हो गया। यह गिरावट न केवल अंतरराष्ट्रीय बाजार में बल्कि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज और घरेलू बाजार में भी देखी गई। सप्ताह की शुरुआत में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 1.30 लाख रुपये से ऊपर था, जबकि आखिरी कारोबारी दिन यह 1.23 लाख रुपये पर आ गया। आइए जानें, अन्य क्वालिटी के सोने में इस सप्ताह कितनी कमी आई।
आज के ताजा रेट में कितनी गिरावट आई
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय दिल्ली सर्राफा बाजार में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव करीब 67,500 रुपये पर पहुंच गया है, जबकि चार दिन पहले यही रेट लगभग 74,500 रुपये था। यानी एक हफ्ते से भी कम समय में Gold Rate Crash ने लोगों को चौंका दिया है। वहीं 22 कैरेट सोना अब 61,800 रुपये के आसपास बिक रहा है। छोटे शहरों में भी इसी तरह की गिरावट देखने को मिल रही है। पटना, जयपुर, लखनऊ और भोपाल जैसे शहरों में भी कीमतों में लगभग 6500 से 7000 रुपये तक की गिरावट हुई है।
क्यों गिर गया सोने का बाजार
सोने की कीमतों में आई यह गिरावट पूरी तरह ग्लोबल कारणों से जुड़ी है। विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिकी डॉलर में मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग कमजोर पड़ने के कारण यह स्थिति बनी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों का असर भी सीधे सोने के ऊपर देखा जा रहा है। जब डॉलर मजबूत होता है तो निवेशक सोने से दूरी बनाने लगते हैं जिससे बाजार में Gold Rate Crash जैसी स्थिति बन जाती है। यही कारण है कि भारत जैसे देशों में जहां सोने को पारंपरिक बचत माना जाता है, वहां दामों में इतनी तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं।
शादी के मौसम में राहत की खबर
सोने की कीमतों में यह गिरावट उन परिवारों के लिए राहत लेकर आई है जो नवंबर और दिसंबर में शादी की तैयारी कर रहे हैं। पहले लगातार बढ़ते दामों से लोग परेशान थे और खरीदारी रोकने लगे थे। लेकिन अब Gold Rate Crash के बाद बाजार में फिर से रौनक लौट आई है। ज्वैलरी दुकानदारों का कहना है कि अगर यह गिरावट कुछ और दिन बनी रही तो लोगों की भीड़ बढ़ सकती है। कई ग्राहक पेशगी बुकिंग भी करने लगे हैं ताकि अगर फिर से दाम बढ़ें तो नुकसान न हो।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत
जो लोग निवेश के रूप में सोना खरीदते हैं, उनके लिए यह समय थोड़ा सोच-समझकर कदम उठाने वाला है। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक यह गिरावट स्थायी नहीं लग रही है। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय हालात जैसे ही सामान्य होंगे, Gold Rate Crash रुक सकता है और दाम वापस ऊपर जा सकते हैं। इसलिए फिलहाल बड़ी मात्रा में निवेश से बचने और दाम स्थिर होने का इंतजार करने की सलाह दी जा रही है।
गोल्ड रेट में आने वाले दिनों का अनुमान
भविष्य को लेकर जो संकेत मिल रहे हैं, उनसे लगता है कि नवंबर की शुरुआत तक 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 68,000 से 69,000 रुपये के बीच रह सकता है। हालांकि अगर डॉलर में और मजबूती आती है या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है तो सोना और नीचे जा सकता है। वहीं अगर बाजार में राहत के संकेत आते हैं तो दाम दोबारा 70,000 के पार जा सकते हैं। इसलिए आने वाले दिनों में निवेशकों को बाजार पर नजर रखना जरूरी होगा ताकि वे सही समय पर खरीदारी कर सकें।
ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो फिलहाल यह सही मौका माना जा सकता है। क्योंकि Gold Rate Crash के बाद कीमतें अभी नीचे हैं और त्योहारों से पहले खरीदारी का समय है। लेकिन ध्यान रखें कि विश्वसनीय और प्रमाणित ज्वैलर से ही सोना खरीदें। हॉलमार्क चिह्न जरूर जांचें और बिल लेना न भूलें। कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी इस समय सोने पर ऑफर दे रहे हैं, इसलिए खरीदारी से पहले अलग-अलग जगह के रेट जरूर तुलना करें।
गिरावट में छिपा है फायदा
कुल मिलाकर देखा जाए तो मौजूदा Gold Rate Crash ने एक ओर निवेशकों को चिंतित किया है, वहीं आम लोगों को सस्ते दामों में खरीदारी का मौका दिया है। यह गिरावट भारतीय बाजार के लिए अस्थायी लग रही है, लेकिन ग्राहकों के लिए अहम है कि वे सही समय पर फैसला लें। सोना भारत में सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि भावनाओं से जुड़ा निवेश है। इसलिए थोड़ी समझदारी और जागरूकता से इस गिरावट को अपने फायदे में बदला जा सकता है।












