राजीव गांधी की विरासत तकनीकी भारत के निर्माता को याद किया गया
20 अगस्त 2025 को पूरे देश ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी 81वीं जयंती पर याद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा –
“आज उनकी जयंती पर, पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी को मेरी श्रद्धांजलि।”
राजीव गांधी ने 1984 में अपनी माँ और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश की बागडोर संभाली। मात्र 40 वर्ष की उम्र में वे भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने। 1984 से 1989 तक उन्होंने देश का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने विज्ञान, तकनीक और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए प्रयोग शुरू किए।1989 के चुनावों में सत्ता हाथ से जाने के बाद भी वे लोकसभा में विपक्ष के नेता बने रहे। लेकिन उनका राजनीतिक सफर ज्यादा लंबा नहीं चला। 21 मई 1991 को एक आत्मघाती आतंकवादी हमले में उनकी हत्या कर दी गई।
राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को बॉम्बे (अब मुंबई) में हुआ था। उस समय उनके दादा जवाहरलाल नेहरू आज़ाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बने थे। उनके पिता फिरोज गांधी सांसद थे और माता इंदिरा गांधी भी राजनीति में सक्रिय थीं। परिवार के दिल्ली आने के बाद राजीव गांधी की शिक्षा और जीवन वहीं से जुड़ा रहा।हर साल की तरह इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने राजीव गांधी की जयंती को "सद्भावना दिवस" के रूप में मनाया। दिल्ली स्थित वीर भूमि पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, और महासचिव के.सी. वेणुगोपाल समेत कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा और उनके बेटे रेहान वाड्रा ने भी पुष्प अर्पित किए। कांग्रेस ने X पर लिखा –
“आधुनिक भारत के निर्माता, 'भारत रत्न' पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी की जयंती पर हम उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं। इस सद्भावना दिवस पर हम उनके सपनों और संकल्पों को आगे बढ़ाने की पुष्टि करते हैं।”
राजीव गांधी को अक्सर भारत में सूचना क्रांति का जनक भी कहा जाता है। उन्होंने कंप्यूटर और दूरसंचार को बढ़ावा दिया, जिससे भारत आधुनिक तकनीकी युग में कदम रख सका। ग्रामीण क्षेत्रों तक पंचायती राज को मज़बूत करने और युवाओं को राजनीति से जोड़ने का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है।