RIL AGM 2025: अनंत अंबानी का बड़ा ऐलान – टेस्ला गीगाफैक्ट्री से 4 गुना बड़ा बनेगा धीरूभाई अंबानी गीगा एनर्जी कॉम्प्लेक्स
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की वार्षिक आम बैठक (AGM) 2025 इस बार खास रही। पहली बार मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी ने मंच संभाला और अपनी दमदार स्पीच से सबको चौंका दिया। उन्होंने जामनगर में बन रहे धीरूभाई अंबानी गीगा एनर्जी कॉम्प्लेक्स की झलक दिखाई, जिसे उन्होंने “भारत का भविष्य” बताया।
टेस्ला गीगाफैक्ट्री से 4 गुना बड़ा प्रोजेक्ट
अनंत अंबानी ने कहा कि यह गीगा कॉम्प्लेक्स 4.4 करोड़ वर्ग फीट में फैला होगा। इसमें 34 लाख क्यूबिक मीटर कंक्रीट और 7 लाख टन स्टील का इस्तेमाल होगा। यह स्टील की मात्रा 100 एफिल टावर बनाने जितनी है।
उन्होंने बताया कि इस कॉम्प्लेक्स में 1 लाख किलोमीटर लंबा केबल लगेगा, जो दूरी में चांद तक जाकर वापस आने जितना है।
विशाल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे 50,000 कर्मचारी
इस कॉम्प्लेक्स के निर्माण में 50,000 से अधिक कर्मचारी लगातार मेहनत कर रहे हैं। आधुनिक तकनीक और अत्याधुनिक मशीनों की मदद से यह प्रोजेक्ट तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
75,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की नई परियोजनाएँ
अनंत अंबानी ने AGM में कई नई परियोजनाओं का ऐलान किया। इनमें प्रमुख हैं:
नागोटणे में 1.2 MT PVC प्लांट
दाहेज में CPVC और PTA की विस्तारित सुविधा (20 लाख टन क्षमता)
पालघर में 1 MT स्पेशलिटी पॉलिस्टर सुविधा
उन्होंने कहा कि हजीरा में बनने वाली कार्बन फाइबर सुविधा दुनिया की सबसे बड़ी टॉप-3 सुविधाओं में होगी, जो एयरोस्पेस, डिफेंस और एडवांस्ड मटीरियल्स के लिए अहम योगदान देगी।
तेल और गैस कारोबार में रिकॉर्ड
अनंत ने बताया कि RIL के ऑयल और गैस कारोबार ने इस साल ₹21,188 करोड़ (2.5 अरब डॉलर) का रिकॉर्ड EBITDA हासिल किया। इसका श्रेय कृष्णा-गोदावरी बेसिन और CBM से बढ़ते उत्पादन को जाता है।
KG-D6 का उत्पादन 4% बढ़कर 28 MMSCMD गैस और 21,000 BOPD तेल हुआ।
अगले वित्तीय वर्ष में नए कुएं जोड़ने और 2026 में नई ड्रिलिंग की योजना है।
CBM का उत्पादन 30% बढ़कर 0.8 MMSCMD हो गया है।
भविष्य की दिशा – नवीकरणीय ऊर्जा और तकनीक
अनंत अंबानी ने साफ कहा कि रिलायंस अब नवीकरणीय ऊर्जा और आधुनिक तकनीक पर फोकस करेगी।
उनका विज़न है कि भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने और वैश्विक स्तर पर एक मजबूत पहचान कायम करे।
नतीजा – भारत के लिए नया युग
AGM 2025 में अनंत अंबानी की पहली स्पीच ने साबित कर दिया कि रिलायंस का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।
उनकी घोषणाएँ सिर्फ उद्योग जगत ही नहीं बल्कि भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए भी गेम-चेंजर साबित हो सकती हैं।