Gold: धनतेरस-दिवाली पर सोने की ज्वैलरी खरीदने के लिए 14, 18 या 22 कैरेट सोना कौनसा सही रहेगा?

धनतेरस और दिवाली के अवसर पर सोने की ज्वैलरी खरीदना भारतीयों की परंपरा है। इस दौरान 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट सोने के बीच सही विकल्प चुनना बेहद जरूरी है। रोजमर्रा के उपयोग, निवेश या धार्मिक उद्देश्य के हिसाब से सोने की शुद्धता और टिकाऊपन का ध्यान रखना चाहिए। 14 कैरेट मजबूत और बजट फ्रेंडली है, 18 कैरेट संतुलित सुंदरता और शुद्धता देता है, जबकि 22 कैरेट निवेश और परंपरा के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।

Gold: धनतेरस-दिवाली पर सोने की ज्वैलरी खरीदने के लिए 14, 18 या 22 कैरेट सोना कौनसा सही रहेगा?

खबर का सार AI ने दिया · GC Shorts ने रिव्यु किया

    सोना गहनों और निवेश के लिए हमेशा से भारतीयों की पहली पसंद रहा है। अब देश में 24 कैरेट 10 ग्राम सोने का भाव 1,26,000 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है। देश में ज्यादातर ज्वैलरी 22 कैरेट में बनाई जाती है क्योंकि ये ज्वैलरी के लिए सबसे सही है। साथ इसकी कीमत 22 कैरेट की तुलना में कम होती है। अब जब से सोने के भाव में रिकॉर्ड तेजी आई है, आम लोग 18 और 14 कैरेट सोने की ज्वैलरी भी खरीद रहे हैं क्योंकि इसकी कीमत 22 कैरेट गोल्ड से कम होती है। तब भी अक्सर लोगों के मन में कन्फ्यूजन होता है कि कितने कैरेट की ज्वैलरी खरीदना सही है?

     

    कैरेट होता क्या है और सोने की शुद्धता कैसे मापते हैं?

    सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है कि कैरेट का मतलब होता है सोने की शुद्धता का माप। 24 कैरेट सोना माना जाता है सबसे शुद्ध, जिसमें 100 प्रतिशत सोना होता है। लेकिन ऐसा शुद्ध सोना बहुत नरम होता है, इसलिए ज्वैलरी बनाने के लिए आमतौर पर सोने को दूसरे धातुओं के साथ मिलाया जाता है जिससे वह मजबूत बने। जब सोने में 14 कैरेट होता है तो इसका मतलब है कि उसमें लगभग 58.3% शुद्ध सोना और बाकी मिश्र धातु होती है। इसी तरह 18 कैरेट में लगभग 75% शुद्ध सोना और 22 कैरेट में 91.6% शुद्ध सोना होता है।

     

    14 कैरेट सोना: टिकाऊ और बजट के लिए उपयुक्त

    14 कैरेट सोना उन लोगों के लिए अच्छा विकल्प हो सकता है जो ज्यादा मजबूत और टिकाऊ ज्वैलरी चाहते हैं। इसका रंग हल्का होता है और यह काफी किफायती भी होता है। अगर आप रोज़मर्रा की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं जो टूटे बिना लंबे समय तक चले, तो 14 कैरेट सोना सही रहेगा। कई बार यह पीले सोने से थोड़ा हल्का लगता है लेकिन यह स्टाइलिश और मजबूत होता है। इसका एक फायदा यह भी है कि इसकी कीमत 22 कैरेट या 18 कैरेट सोने से कम होती है, इसलिए बजट को ध्यान में रखते हुए खरीदारी करनी हो तो यह बढ़िया विकल्प है।

     

    18 कैरेट सोना: सौंदर्य और गुणवत्ता का बेहतर संतुलन

    18 कैरेट सोना उन लोगों के बीच लोकप्रिय है जो शुद्धता और टिकाऊपन के बीच संतुलन चाहते हैं। यह सोना लगभग तीन-चौथाई शुद्ध होता है, और इसे ज्वैलरी में इस्तेमाल करने पर रंग भी बहुत चमकदार रहता है। 18 कैरेट सोने की ज्वैलरी पहनने में आरामदायक होती है और इसकी चमक लम्बे समय तक बनी रहती है। यह रोज पहनने के लिए उपयुक्त है और इसलिए यदि आपको दिवाली, धनतेरस जैसे खास अवसर पर कुछ बेहतर खरीदना हो तो 18 कैरेट सोना अच्छा विकल्प होगा।

     

    22 कैरेट सोना परंपरा और निवेश के लिए श्रेष्ठ विकल्प

    22 कैरेट सोना सबसे ज्यादा शुद्धता वाला होता है और भारत में विशेषकर त्योहारी सीजन में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। यह सोना रंग में गहरा पीला और चमकीला होता है। देवी-देवताओं की पूजा और आभूषणों में इसे ज्यादा तवज्जो दी जाती है क्योंकि इसे भगवान का आशीर्वाद मानते हैं। निवेश के लिहाज से भी 22 कैरेट सोना ठीक रहता है क्योंकि इसकी कीमत बाजार में शुद्धता की वजह से अधिक होती है। लेकिन ध्यान रखें कि यह सोना 14 या 18 कैरेट के मुकाबले अधिक नर्म होता है, इसलिए ज़्यादा रोज़ पहनने के लिए यह उतना टिकाऊ नहीं है।

     

    ध्यान रखने योग्य बातें जब सोना खरीदें धनतेरस-दिवाली पर

    धनतेरस-दिवाली जैसे शुभ अवसर पर जब सोना खरीदने का मन बनाए, तो कुछ खास बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहली बात है सोने की शुद्धता की गारंटी। हमेशा भरोसेमंद और प्रमाणित ज्वैलर से ही ज्वैलरी खरीदें। यह देखना भी जरूरी है कि ज्वैलरी के साथ मिल रही बिलिंग और सर्टिफिकेट सही हो। दूसरी बात है खरीद के समय मौजूदा सोने के भाव को समझना। सोने की कीमत हर दिन बदलती रहती है इसलिए त्योहार से पहले बाजार के भाव देखने चाहिए। सोने की कीमत और कैरेट के हिसाब से समझदारी से खरीदारी करें। कभी-कभी 22 कैरेट सोना थोड़ा महंगा होता है, तो आप 18 कैरेट को ही प्राथमिकता दें। तीसरी बात, अगर आप नयी ज्वैलरी रोज़ पहनना चाहते हैं तो 14 या 18 कैरेट सोना अधिक उपयुक्त रहेगा क्योंकि यह ज्यादा मजबूत होता है। अगर आप निवेश के लिए खरीद रहे हैं या धार्मिक दृष्टि से खरीदना चाहते हैं तो 22 कैरेट सोना सही रहेगा।

     

    धनतेरस-दिवाली पर सोने की खरीदारी में समझदारी से निर्णय लें

    धनतेरस-दिवाली के मौके पर जब आप सोना खरीदने बैठें, तो केवल कीमत या चमक पर न जाएं। समझदारी से सोचें कि आपकी जरूरत क्या है – रोजाना पहनने के लिए मजबूत सोना चाहिए या निवेश और धार्मिक कारणों से शुद्धता ज़रूरी है। 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट सोने में अपने-अपने फायदे और सीमाएं हैं, इसलिए खरीदारी करते वक्त हर पहलू को परखें। इस त्योहार पर सोना खरीदना खुशियों और समृद्धि का प्रतीक है, इसलिए सोच-समझकर सही कैरेट का चुनाव करें ताकि आपकी मेहनत की कमाई और त्योहार की खुशी दोनों सुरक्षित रहें।

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