गाजा में शांति के ऐतिहासिक समझौते पर पीएम मोदी ने ट्रंप को बधाई दी, साथ ही व्यापार वार्ता में हुई अच्छी प्रगति की समीक्षा की, और आने वाले हफ्तों में निकट संपर्क में रहने का भरोसा भी जताया।
तो यार, बड़ी खबर क्या है? गाजा में जो दो सालों से जारी तनाव था, अब वो आखिरकार शांत होने लगा है। इसका क्रेडिट जाता है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल को, जिसने इजरायल और हमास के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता कराया। और इस ‘मिशन इम्पॉसिबल’ को पूरा होने पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने दोस्त ट्रंप को फोन कर जमकर बधाई दी।
मोदी ने इस बातचीत का जिक्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर किया, जहां उन्होंने लिख डाला कि ये ऐतिहासिक गाजा शांति योजना कितनी कामयाब रही। साथ ही, दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता में हुई प्रगति की भी उन्होंने तारीफ की। भाई, मतलब शांति तो हुई ही, साथ में बाजार की रफ्तार भी बढ़ी।
दो सालों से खींचतान, अब बनी फाइनल डील: बंधकों की रिहाई और युद्ध विराम
यह कोई मामूली बात नहीं कि दो सालों से चल रहे विनाशकारी युद्ध के बीच दोनों पक्ष लड़ाई रोकने पर आए हैं। समझो जैसे बिग मैच में दोनों टीमों ने अपनी-अपनी विकेट गिराने के बाद समझौता कर लिया हो। ट्रंप के मॉडल पर बनी ये डील इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के मजबूत नेतृत्व की ताकत भी साबित करती है।
मोदी ने साफ तौर पर कहा कि उम्मीद है कि इस समझौते से न केवल युद्ध रुकेगा, बल्कि बंधकों को रिहा करके गाजा के लोगों को भी मानवीय सहायता मिलेगी। यानि एक नए दौर की शुरुआत होने वाली है। सोचो, अपने घर में आराम से चैन की नींद आना, ये भी तो बड़ी बात होती है।
Spoke to my friend, President Trump and congratulated him on the success of the historic Gaza peace plan. Also reviewed the good progress achieved in trade negotiations. Agreed to stay in close touch over the coming weeks. @POTUS@realDonaldTrump
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2025
अमेरिका-भारत संबंधों में भी सकारात्मक संकेत: व्यापार पर भी बात हुई
बस इतना ही नहीं, इस शांति वार्ता के साथ-साथ दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका के ट्रेड डील पर भी चर्चा की। कहा जा रहा है कि आने वाले हफ्तों में ये बातचीत आगे बढ़ेगी। मतलब, शांति और व्यापार, दोनों ही टॉप पर हैं अभी। और जब दो बड़े दोस्तों की बात हो, तो उम्मीद और बड़ी होती है कि ये व्यापार भी फल-फूल जाएगा।
खैर, उम्मीद करते हैं कि आगे की बातचीत में दोहरी खुशी होगी — एक तो दुनियाभर में शांति का पैगाम फैलेगा, और दूसरा, भारत-अमेरिका की दोस्ती और मज़बूत होगी। आपकी तरह ही हम भी ये सोच रहे हैं कि इस बार सब कुछ सही सलामत हो और हर कोई सुकून से अपनी ज़िंदगी जी सके।
तो दोस्तों, ये थी वो रनिंग स्टोरी जिसे सुनकर आप खुद को भी गले लगाने का मन करेगा, क्योंकि शांति और प्रगति—दोनों मिल जाएं, तो दुनिया कुछ और ही रंग में दिखती है!