आगरा में प्रसिद्ध विश्व धरोहर ताजमहल के दक्षिणी गेट के पास रविवार सुबह अचानक आग लगने से धुएं का गुबार उठ गया, जिससे आसपास अफरा-तफरी मच गई। इस आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट थी, जो वहां की बिजली की वायरिंग में हुई चिंगारी से शुरू हुई। यह घटना उस क्षेत्र के ऊपर बनी छोटी कोठरियों के पास की बिजली की एलटी लाइन के ज्वाइंटर में हुई, जहां प्लास्टिक के ज्वाइंटर में आग लग गई और उससे निकला धुआं चारों ओर फैल गया।
ताजमहल परिसर और आग लगने की स्थिति
यह आग ताजमहल के दक्षिणी गेट के ठीक ऊपर हुई, जहां से 2018 से सुरक्षा कारणों से पर्यटकों का प्रवेश बंद है। इसलिए आग लगने के समय वहां कोई भी पर्यटक मौजूद नहीं था। घटना की सूचना तुरंत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों और टोरेंट पावर कंपनी को दी गई। टोरेंट पावर की टीम ने दो घंटे के शटडाउन के साथ बिजली की मरम्मत की और आग को जल्दी ही नियंत्रित कर लिया।
ताजमहल की सुरक्षा और विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था
ताजमहल की सुरक्षा में किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ। आग लगने के कारण वहां की विद्युत आपूर्ति कुछ समय के लिए बाधित रही, लेकिन यूपीएस सिस्टम की वजह से ताजमहल के अंदर की बिजली सप्लाई तुरंत चालू कर दी गई। एएसआई ने इसके बाद पूरे परिसर की बिजली व्यवस्था की जांच शुरू कर दी है ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो।
आग पर नियंत्रण के लिए उठाए गए कदम
जैसे ही आग और धुआं देखा गया, तत्काल बिजली की सप्लाई बंद कर दी गई। इसके बाद मरम्मत के लिए टोरेंट पावर की टीम ने मौके पर पहुंचकर वायरिंग की मरम्मत की, जिससे आग फैलने से बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। एएसआई की टीम भी मौके पर मौजूद थी और उन्होंने पूरी सतर्कता बरती। आग लगने के दौरान दक्षिणी गेट का क्षेत्र खाली होने की वजह से कोई घायल या नुकसान होने की खबर नहीं है।
धुआं उठने पर स्थानीय और पर्यटक प्रतिक्रिया
धुआं उठते ही आसपास के लोगों और पर्यटकों में डर फैल गया, क्योंकि ताजा जानकारी से कई लोग घबराए। हालांकि, शीघ्रता से आग पर काबू पा लिया गया और सुरक्षा अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने में सफल रहे। इस आग लगाने वाली घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ, जिससे जानकारी तेजी से लोगों तक पहुंची।
ताजमहल की ऐतिहासिक और सुरक्षा अहमियत पर विशेष ध्यान
ताजमहल न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया का एक महान सांस्कृतिक धरोहर है। इसलिए इसके सुरक्षा प्रबंध बहुत कड़े और सख्त हैं। इस घटना के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने कहा है कि सुरक्षा और रख-रखाव में और सुधार किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाएं न हों। यह आग की घटना हमें ऐतिहासिक इमारतों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की सीख भी देती है।
आग लगने की घटना से जुड़ी प्रमुख सीख और भविष्य की सुरक्षा योजनाएं
ताजमहल के दक्षिणी गेट पर लगी आग और इसके कारण धुएं के गुबार ने यह स्पष्ट कर दिया कि बिजली के कार्यों में लगातार जांच और सही रखरखाव अनिवार्य है। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि आगे से सभी विद्युत उपकरणों की नियमित निरीक्षण और समय पर मरम्मत की व्यवस्था होगी। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि ताजमहल जैसी अमूल्य विरासत सुरक्षित रहे।