Uttar Pradesh weather :यूपी के इन 11 जिलों में बरसेगा पानी, अलर्ट जारी

सितंबर में मानसून का मिजाज बदल गया है। मौसम विभाग ने 11 से 15 सितंबर तक यूपी के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जानिए अपने जिले का हाल।

Uttar Pradesh weather :यूपी के इन 11 जिलों में बरसेगा पानी, अलर्ट जारी

उत्तर प्रदेश में सितंबर का महीना मौसम की अजीबोगरीब करवटों से गुजर रहा है। कभी तेज धूप और उमस लोगों को परेशान कर रही है तो कभी अचानक से बरसने वाली बारिश से राहत भी मिल रही है। मौसम विभाग के ताज़ा अनुमान बताते हैं कि आने वाले कुछ दिन राज्य के लिए बेहद अहम रहने वाले हैं। अगले सप्ताह पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है, जबकि पश्चिमी हिस्सों में केवल हल्की बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना जताई गई है।

11 से 15 सितंबर तक बारिश का तांडव

मौसम विभाग के अनुसार 11 सितंबर से 15 सितंबर के बीच पूर्वी यूपी के कई जिलों में जोरदार बारिश देखने को मिलेगी। खासकर गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर खीरी जैसे जिलों में झमाझम बारिश की चेतावनी दी गई है।

11 सितंबर को इन जिलों में जोरदार वर्षा होगी।

12 सितंबर को भी उत्तरी हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहेगा।

13 और 14 सितंबर को वर्षा की तीव्रता थोड़ी कम रहेगी, हालांकि रुक-रुककर बौछारें पड़ेंगी।

15 सितंबर को फिर से पूर्वी जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है।

इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में केवल हल्की बारिश और बौछारें पड़ने की ही संभावना है। यानी, पश्चिमी यूपी के लोगों को ज्यादा राहत तो नहीं मिलेगी लेकिन उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत जरूर महसूस होगी।

देर से होगी मानसून की विदाई

आमतौर पर उत्तर प्रदेश से मानसून की विदाई 15 से 20 सितंबर के बीच हो जाती है। लेकिन इस बार मौसम विभाग का अनुमान है कि मानसून की वापसी देर से होगी। 20 सितंबर के बाद ही मानसून की विदाई के संकेत दिखाई देंगे। यानी, इस बार सितंबर के आखिर तक प्रदेश में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।

उमस और बारिश का रहेगा साथ

अगले कुछ दिनों में प्रदेश का मौसम बदलता रहेगा। कभी तेज धूप और उमस लोगों को परेशान करेगी तो कभी अचानक से झमाझम बारिश राहत दिलाएगी। इस वजह से लोगों को स्वास्थ्य के मामले में सावधानी बरतने की जरूरत है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को मौसमी बीमारियों से बचाने के लिए सतर्कता जरूरी है।

किसानों के लिए राहत और चुनौती दोनों

तेज बारिश से जहां धान और गन्ने जैसी खरीफ फसलों को फायदा मिलेगा, वहीं अधिक वर्षा होने की स्थिति में जलभराव की समस्या भी खड़ी हो सकती है। इससे किसानों को नुकसान का खतरा रहेगा। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि बारिश का यह दौर लंबे समय तक नहीं चलेगा और धीरे-धीरे सितंबर के आखिर तक मौसम सामान्य हो जाएगा।

 कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश में सितंबर का यह महीना कभी राहत तो कभी परेशानी लेकर आने वाला है। लोगों को मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देना चाहिए और आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश में भारी बारिश किन जिलों में होगी?
गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर खीरी जिलों में 11 से 15 सितंबर तक भारी वर्षा का अलर्ट जारी है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की क्या स्थिति रहेगी?
पश्चिमी यूपी में सिर्फ हल्की बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना है, भारी वर्षा का खतरा नहीं है।
मानसून की विदाई कब होगी?
सामान्यत: यूपी से मानसून की विदाई 15 से 20 सितंबर के बीच हो जाती है, लेकिन इस बार 20 सितंबर के बाद ही मानसून के लौटने की संभावना है।
इस बारिश का किसानों पर क्या असर पड़ेगा?
धान और गन्ने जैसी खरीफ फसलों को फायदा होगा, लेकिन अधिक बारिश से जलभराव और नुकसान की स्थिति भी बन सकती है।
आम जनता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
मौसम विभाग की चेतावनियों पर नजर रखें, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें और मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय करें।
बारिश का सिलसिला कब तक जारी रहेगा?
सितंबर के आखिर तक रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रह सकता है, उसके बाद मौसम सामान्य होने लगेगा।