Bihar Election 2025 : अमित शाह बोले, अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, तो नालंदा को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता

अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं – अमित शाह का यह बयान नालंदा की ऐतिहासिक रैली में गूंज उठा। गृह मंत्री ने कहा कि बिहार अब आत्मनिर्भर और सुरक्षित है, कोई ताकत इसकी धरोहरों को नुकसान नहीं पहुंचा सकती। अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, नालंदा का ज्ञान दीप बुझ नहीं सकता। शाह ने दावा किया कि एनडीए सरकार की 20 साल की मेहनत ने बिहार को अपराध और भय से मुक्त कर दिया है। अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, बिहार पहले जैसा नहीं रहेगा।

Bihar Election 2025 : अमित शाह बोले, अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, तो नालंदा को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता

Bihar News अमित शाह बोले, अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, तो नालंदा को हाथ नहीं लगा सकते

 

बिहार की हवा फिलहाल चुनावी रंग में रंग चुकी है। और इस बार नालंदा की धरती ने इतिहास और राजनीति दोनों को एक साथ महसूस किया। मंच पर जब अमित शाह आए, भीड़ खामोश हो गई, फिर उनका वाक्य गूंजा — “अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, नालंदा को कोई हाथ नहीं लगा सकता।” बस, यही लाइन थी जिसने पूरा मैदान झकझोर दिया।

 

रैली में उत्साह चरम पर, शाह ने कहानी से जोड़ा इतिहास

नालंदा में हुई यह सभा सिर्फ चुनावी नहीं, भावनात्मक भी थी। शाह ने मंच से कहा कि जिन ताकतों ने इस भूमि के ज्ञान को मिटाने की कोशिश की थी, वे अब इतिहास बन चुकी हैं। उन्होंने जोड़ा — “नालंदा की राख से अब नया ज्ञान उठ रहा है। वो वक्त था जब किताबें जलाई जाती थीं, अब वही बिहार ज्ञान की लौ फैला रहा है।”

लोग सिर हिला रहे थे, कुछ के हाथ हवा में थे, कुछ रिकॉर्डिंग कर रहे थे। शाह बार‑बार ठहर कर बोल रहे थे जैसे हर शब्द नालंदा की मिट्टी में उतर जाए।

 

लालू‑राबड़ी राज अपहरण और भय का नाम था – शाह का सीधा हमला

अमित शाह ने भाषण में लालू‑राबड़ी सरकार पर जोरदार निशाना साधा। बोले — “वो समय याद है जब शाम होते ही लोग घर के दरवाज़े बंद कर लेते थे? हर गली में डर था, हर आवाज में भय। वो था लालू‑राबड़ी का जंगलराज।”

थोड़ी देर के लिए उनकी आवाज़ धीमी हुई, फिर तर्जनी उठाई – “अब का बिहार वैसा नहीं। अब बिहार में सड़क है, रोशनी है, कानून है!” भीड़ ने शोर मचाया — “जय बिहार, जय मोदी!”

 

बीते 20 साल में बिहार का चेहरा बदल गया – अमित शाह

उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार ने बिहार को विकास की राह पर खड़ा किया। बोले — “बीस साल पहले का बिहार सोचिए, रास्ते टूटी, बिजली गायब, उद्योग खत्म। आज ये राज्य पुल, सड़कों और कॉलेजों से जुड़ गया है। यह वही बिहार है जिसने अंधेरे से रोशनी तक का सफर तय किया।”

भीड़ में कई युवा हाथ में मोबाइल लिए लाइव प्रसारण कर रहे थे। कोई बगल में बैठी बूढ़ी महिला बोली – “बात तो सही कह रहे हैं, अब बिहार कुछ बदल रहा है।”

 

नालंदा विश्वविद्यालय बना विकास का प्रतीक

शाह ने नालंदा पर रुककर कहा, “बख्तियार खिलजी ने नालंदा को आग में जलाया, पर आज वही नालंदा फिर जल रही है — ज्ञान की लौ में। अब सौ खिलजी भी आ जाएं, ये लौ बुझने वाली नहीं।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी ने बिहार को आर्थिक और सांस्कृतिक दोनों रूपों में मजबूती दी है।

उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार हो रहा है, और आने वाले सालों में बिहार आईटी और पर्यटन का हब बनेगा।

 

भीड़ से बातचीत की तरह बोले शाह – “किसने बदला बिहार?”

शाह ने बीच भाषण में सवाल किया – “बताओ, किसने बदला बिहार?” भीड़ से आवाज आई – “मोदी‑नीतीश!” वह मुस्कुराए और बोले – “बस याद रखिए, बिहार को अपहरण, डकैती और डर से निकालने वाला यही एनडीए है। जिन्होंने इसे तोड़ दिया था, वही अब लौटना चाहते हैं।”

लोगों की आँखों में जोश था। कई गाँवों से आए किसान बोले – “शाह का भाषण दिल छू गया।”

 

लालू‑राबड़ी सरकार को बताया ‘अपहरण उद्योग’

उन्होंने कहा कि पहले के शासन में बिहार में अपराध इतना था कि लोगों ने उसे ‘अपहरण उद्योग’ कहना शुरू कर दिया था। “हर कोई डरता था कि उसका बच्चा कब घर से निकले और कब वापस आए। अब हालात उलट चुके हैं। अब बिहार का हर बेटा, हर बेटी सुरक्षित है,” शाह ने कहा।

उन्होंने इस दौरान एनडीए सरकार की योजनाओं का जिक्र किया – प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला, सड़क विस्तार और उद्योग प्रोत्साहन की बात की। “जो बातें कभी सपने लगती थीं, वो अब ज़मीन पर दिख रही हैं,” उन्होंने कहा।

 

रैली में उमड़ी भीड़, बिहार की राजनीति में नई ऊर्जा

नालंदा की सभा में लोगों की भीड़ उम्मीद से कहीं ज्यादा थी। बच्चे पेड़ों पर चढ़े हुए थे, महिलाएं मैदान के किनारों पर बैठी सुन रही थीं। अमित शाह ने कहा, “यह भीड़ सिर्फ सुनने नहीं आई है, ये बदलाव की गवाही देने आई है।” भीड़ ने “भारत माता की जय” के नारे लगाए।

शाह ने कहा कि बिहार की जनता अब अवसर चाहती है, और एनडीए इसे दे सकता है। “हम विकास की राजनीति करते हैं, वे जाति की। फर्क साफ है।”

 

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ बख्तियार खिलजी वाला बयान

शाम होते‑होते उनका “100 बख्तियार खिलजी” वाला बयान सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया। ट्विटर पर #NDAinNalanda ट्रेंड करने लगा। भाजपा नेताओं ने इसे गौरव का प्रतीक बताया, जबकि विपक्ष ने कहा कि शाह इतिहास की आड़ में राजनीति कर रहे हैं। लेकिन स्थानीय मीडिया में यह बयान “नालंदा की गरिमा की रक्षा का संकल्प” बन गया।

 

शाह का वादा – बिहार का युवा अब रोजगार के लिए पलायन नहीं करेगा

उन्होंने कहा, “हम वादा करते हैं कि बिहार का कोई युवा अब रोजगार की तलाश में घर छोड़कर नहीं जाएगा। हम उसके घर में अवसर लेकर आएंगे।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार को विकास की नई ऊँचाई तक ले जाएगी, और एनडीए ही इस सफर का साथी बनेगा।