Bihar Elections 2025 : केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान, महागठबंधन को वोट देंगे तो लौट आएगा जंगल राज

Bihar Elections 2025 में सियासत तेज हो गई है। इसी बीच केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान सुर्खियों में है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार की जनता महागठबंधन को वोट देगी तो राज्य में फिर से जंगल राज लौट आएगा। मौर्य का यह बयान बीजेपी और जेडीयू समर्थकों में नई जोश भरने वाला माना जा रहा है।

Bihar Elections 2025 : केशव प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान, महागठबंधन को वोट देंगे तो लौट आएगा जंगल राज

बिहार चुनाव 2025: केशव मौर्य का हमला – महागठबंधन वालों को वोट देंगे तो फिर से लौट आएगा जंगल राज

 

बिहार की राजनीति फिर गरमाने लगी है। हर शहर, हर सभा में सियासी आवाज़ गूंज रही है। इस बार सबसे तेज़ आवाज यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की आई। उन्होंने खुलकर कहा, “अगर बिहार की जनता महागठबंधन वालों को वोट देगी, तो फिर वही पुराना जंगल राज वापस आ जाएगा।” बयान छोटा था, पर असर बड़ा।

 

केशव मौर्य की सभा और जनता की भीड़

बिहार के कैमूर जिले में मौर्य की सभा थी। मंच पर जब वो पहुंचे, लोग तालियों से स्वागत करने लगे। हवा में उत्साह था। उन्होंने माइक संभाला और कहा – “बिहार तभी आगे बढ़ेगा जब इसके पास साफ विजन होगा। मोदी जी और नीतीश जी ने पिछले बीस साल में यही विजन दिया है।” भाषण सुनते-सुनते भीड़ में कई लोग सिर हिलाते दिखे। जैसे हर शब्द पर हामी दे रहे हों।

 

‘जंगल राज’ के बहाने तेज हमला

‘जंगल राज’ शब्द फिर लौट आया है। बिहार की पुरानी राजनीति का प्रतीक बन चुका है ये शब्द। मौर्य ने इसी को केंद्र में रखकर वार किया। बोले – “लालटेन के दौर का वो अंधेरा सबने देखा है। अपराध, भय, और भ्रष्टाचार लौट आएंगे अगर महागठबंधन ने मौका पाया।” लोगों ने ताली बजाई, किसी ने आवाज लगाई – “अब वो दिन नहीं आने देंगे।” बयान सीधा जनता के दिल में उतरता दिखा।

 

विकास का विजन और बीजेपी की कहानी

उन्होंने कहा कि Bihar Election 2025 किसी पार्टी की लड़ाई नहीं, विजन की लड़ाई है। “एक Bihar है जो आगे बढ़ना चाहता है। दूसरा, जो फिर वहीं लौट जाना चाहता है।” उनकी आवाज़ जोश से गूंजी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को ‘विकास की रफ्तार’ दी, और अब उसे रोकने की कोशिशें हो रही हैं। भाषण में जोश था, लेकिन लहजा सधा हुआ। जैसे कोई कहानी सुना रहा हो।

 

महागठबंधन को बताया ‘पुराना चेहरा’

मौर्य बोले – “वो पुराने चेहरे हैं, बस बातें नई कर रहे हैं।” उनका इशारा साफ था। महागठबंधन को देखते हुए उन्होंने कहा कि बिहार अब डर और जातीय समीकरणों से ऊपर सोच रहा है। “तेजस्वी यादव कुछ भी कह लें, जनता सब समझ रही है।” भीड़ में कुछ युवाओं ने हंसते हुए कहा – “अब भरोसा काम पर है, नाम पर नहीं।” यह बयान चुनावी हवा को और तेज करता दिखा।

 

लोकल मुद्दों से जोड़ने की कोशिश

मौर्य ने अपनी सभा को सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने स्थानीय मुद्दों को छुआ। बोले – “गांवों तक सड़कें पहुंचीं, बिजली आई, स्कूल बने, ये सब किसी जादू से नहीं हुआ।” उनका लहजा थोड़ा भावुक भी था। उन्होंने कहा, “हमने बिहार को बदलते देखा, हम इसे बिगड़ते नहीं देख सकते।” तालियों की आवाज़ लंबी चली।

 

महागठबंधन की प्रतिक्रिया भी तेज

बयान पर आरजेडी ने तुरंत पलटवार किया। पार्टी नेताओं ने कहा कि बीजेपी विकास की बातें करती है, पर बेरोजगारी की नहीं। उन्होंने कहा कि अगर विजन वाकई था, तो बिहार के लाखों युवा रोज़गार के लिए बाहर क्यों भाग रहे हैं। यह जवाब भीड़ में और बहसों में गूंजने लगा। बिहार अब सिर्फ भाषण नहीं सुन रहा, तुलना कर रहा है।

 

मौर्य का दावा – इस बार जीत रिकॉर्ड होगी

अपने भाषण के अंत में मौर्य ने कहा – “जनता ने तय कर लिया है – विकास की रफ्तार रुकने नहीं देंगे।” उन्होंने कहा कि Bihar Election 2025 में एनडीए गठबंधन अब पहले से ज्यादा मजबूत है। “मोदी-नीतीश की जोड़ी विकास की गारंटी है। महागठबंधन बस पुराने झगड़े लेकर घूम रहा है।” भाषण के बाद उन्होंने हाथ हिलाया, और भीड़ जय-जयकार करती रही।

 

जनसभा का माहौल और जनता की प्रतिक्रिया

सभा खत्म होते ही लोग चर्चा करते दिखे। कोई कह रहा था, “बात तो ठीक कही मौर्य जी ने।” दूसरा बोला, “लेकिन रोजगार भी चाहिए।” यह नज़ारा बताता है कि बिहार की जनता सोच रही है, सुन रही है, पर निर्णय अभी अंदर ही अंदर पक रहा है। वो वक्त करीब है जब वोट की चुप्पी सब बता देगी।