Bihar News : औरंगाबाद में कलयुगी पिता ने बेटे की हत्या की, पुलिस ने जलती चिता से निकाला अधजला शव

औरंगाबाद में कलयुगी पिता ने बेटे की हत्या की — इस खबर ने पूरे बिहार को झकझोर दिया है। जानकारी के अनुसार, आरोपी पिता ने पहले बेटे को बेरहमी से पीटा और फिर शव को जलाने की कोशिश की। गांव के लोगों ने जब घर से धुआं उठता देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो औरंगाबाद में कलयुगी पिता ने बेटे की हत्या की घटना सामने आई। जलती चिता से अधजला शव बरामद किया गया और आरोपी पिता फरार हो गया। पुलिस ने अपराध स्थल को सील कर जांच शुरू कर दी है।

Bihar News : औरंगाबाद में कलयुगी पिता ने बेटे की हत्या की, पुलिस ने जलती चिता से निकाला अधजला शव

Bihar News औरंगाबाद में कलयुगी पिता ने बेटे की हत्या की, पुलिस ने जलती चिता से निकाला अधजला शव

 

बिहार के औरंगाबाद जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाली वारदात आई है। एक कलयुगी पिता ने अपने बेटे को पीट‑पीटकर मार डाला और फिर अपराध छिपाने के लिए शव को जलाने लगा। गांव वालों ने जब घर से उठता धुआं देखा, तो पुलिस को खबर दी। पुलिस दौड़ी और मौके पर जो देखा, वो किसी फिल्म से कम नहीं था — जलती चिता और अधजला शरीर।

 

सुबह की खामोशी टूटी चीखों से, फिर सन्नाटा

घटना औरंगाबाद के दाउदनगर थाना क्षेत्र की है। गांव में सुबह सबकुछ सामान्य था। अचानक एक घर से बच्चा चिल्लाने की आवाजें आईं। पड़ोसी कुछ समझ पाते उससे पहले ही शोर थम गया। कुछ देर बाद उसी घर से धुआं उठने लगा। लोग जमा हुए तो देखा, घर का दरवाज़ा भीतर से बंद था। शक हुआ — दरवाजा खुलवाया तो सामने आग का ढेर था।

कपड़ों के टुकड़े और अधजले पैर‑हाथ देखकर सब हैरान रह गए। गांव में अफरा‑तफरी मच गई। किसी ने कहा – “पुलिस को बुलाओ। कुछ गड़बड़ है।”

 

पुलिस पहुँची तो सामने था जलता सबूत

पुलिस सूचना मिलते ही दौड़ पड़ी। जब तक टीम पहुंची, आग आधी शांत हो चुकी थी। सिपाहियों ने धुआं हटाया तो भीतर से बच्चे का अधजला शव मिला। पास में जली लकड़ियाँ, कुछ कपड़े और पेट्रोल की गंध। अधिकारी भी देख के ठहर गए। थानाध्यक्ष बोले – “यह हत्या लग रही है। शव को जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई।”

आस‑पास के लोगों से पूछताछ हुई तो पता चला कि पिता सुरेश यादव घर से गायब है। उसके पड़ोसी ने कहा – “सुबह उसने बेटे को बहुत मारा था, आवाजें सुनी थीं। फिर बाहर निकल गया। लौट कर बस आग का धुआं दिखा।”

 

आरोपी पिता फरार, गांव में दहशत और सन्नाटा

घटना के बाद पूरे गांव में खौफ फैल गया। जिसने भी देखा, सिहर उठा। लोग अब घर के बाहर कम निकल रहे हैं। एक महिला ने कहा – “ऐसे भी पिता होते हैं क्या? जिसने अपने ही बच्चे को नहीं छोड़ा।” गांव में हर चौपाल पर यही चर्चा है। किसी को भरोसा नहीं कि ऐसा उनके ही गांव में हुआ है।

पुलिस ने आरोपी पिता की तलाश शुरू कर दी है। बताया गया कि हत्या के बाद वह नहर के रास्ते फरार हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि वह शराब और नशे का आदी था। इसके कारण घर में अक्सर झगड़े होते थे और बेटा ही गुस्से का निशाना बनाता था।

 

मां का बिछड़ा परिवार, पिता‑बेटे की तनातनी बनी मौत की वजह

जानकारी के मुताबिक, मृतक की मां कई साल पहले घर छोड़ चुकी है। पिता‑पुत्र घर में अकेले रहते थे। पिछले कुछ दिनों से दोनों में किसी बात को लेकर तनाव बढ़ गया था। एक पड़ोसी ने कहा – “सुरेश अक्सर गुस्से में लड़के को पीटता था, लेकिन आज जो हुआ, वो पागलपन था।”

गांव के प्रधान ने बताया कि पिता नशे में था। बेटे से बहस हुई तो उसने डंडे से बुरी तरह पीटा। जब तक कोई बीच‑बचाव करता, लड़का दम तोड़ चुका था। इसके बाद उसने शव जलाने की कोशिश की ताकि मामला गलती से मौत का लगे।

 

पुलिस ने घटनास्थल से जुटाए सबूत

एफएसएल टीम और पुलिस ने घटनास्थल से राख और जले कपड़े के नमूने उठाए हैं। वहीं पास से लाठी और लोहे की छड़ भी बरामद हुई है। अधिकारियों ने बताया कि हत्या के बाद शव को घर में ही जलाया गया। पूरे घर को अब सील कर दिया गया है।

एसपी ने कहा – “यह मामला बेहद जघन्य है। आरोपी बहुत जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाएगी।

 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर और पीठ पर गहरी चोट

अधजले शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने बताया कि शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें हैं, खासकर सिर, कंधे और पीठ पर। संभवतः ज्यादा मारपीट और फिर दम घुटने से मौत हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।

 

पुलिस को शक – हत्या के बाद आत्मदाह का दिखावा

जांच टीम के अनुसार, सुरेश यादव ने बेटे की हत्या के बाद “आत्मदाह” का नाटक करने की कोशिश की, ताकि सबको लगे कि किसी हादसे में मौत हुई है। पुलिस अब कॉल रिकॉर्ड और बैंक डिटेल खंगाल रही है ताकि आरोपी का लोकेशन पता चल सके।

 

गांव में उदासी और डर, रिश्तों पर सवाल

रविवार की सुबह जब बच्चे का शव गांव लाया गया तो हजारों लोग उमड़ पड़े। हर आंख नम थी। बुजुर्ग बोले – “हमने बाप और बेटे के रिश्ते को हमेशा भगवान समान माना, पर आज विश्वास ही मर गया।” गांव में चर्चा है कि पिता कुछ दिनों से मानसिक तनाव में भी था।

राहुल नाम के एक युवक ने कहा – “अगर समाज सही समय पर बीच में आता, तो ये दिन नहीं देखना पड़ता।”