दरभंगा विधायक मिश्रीलाल यादव का बीजेपी से इस्तीफा, बोले- पिछड़ों का सम्मान नहीं हुआ,

दरभंगा के विधायक मिश्रीलाल यादव ने बीजेपी से इस्तीफा दे कर देश और बिहार की राजनीति में बड़ा हलचल मचा दी है। उन्होंने पार्टी पर पिछड़ों के सम्मान की कमी और उनके स्वाभिमान की अनदेखी का आरोप लगाया। मिश्रीलाल ने अलीपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर दिया है, जो चुनाव 2025 में राजनीति को नया मोड़ देगा।

दरभंगा विधायक मिश्रीलाल यादव का बीजेपी से इस्तीफा, बोले- पिछड़ों का सम्मान नहीं हुआ,

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    दरभंगा विधायक मिश्रीलाल यादव का बीजेपी से इस्तीफा, बोले- 'पिछड़ों का सम्मान नहीं किया गया'

     

    दरभंगा विधायक मिश्रीलाल यादव का बीजेपी से इस्तीफा, पिछड़ों के सम्मान और स्वाभिमान की कमी को बताया कारण

    दरभंगा की राजनीति अचानक हिल गई। मिश्रीलाल यादव ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। हां, उन्होंने मुखर होकर कहा पिछड़ों का सम्मान नहीं हुआ। स्वाभिमान को अनदेखा किया गया। वे अब अकेले नहीं, बल्कि अपने समुदाय की आवाज़ बनना चाहते हैं। और यह फैसला उनकी राजनीतिक यात्रा का बड़ा मोड़ है।

     

    उन्होंने कहा, पार्टी ने उनकी आवाज़ दबाई, निकला असंतोष का रंग

    मिश्रीलाल यादव ने बताया कि पार्टी में पिछड़े वर्ग को उतना स्थान नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए था। उनकी बातों में जज्बा साफ था। समझिए वो बस एक आदर्श की लड़ाई लड़ रहे हैं। बोले, “स्वाभिमान और सम्मान के बिना राजनीति अधूरी है।” उन्होंने यह भी बताया कि उनकी आवाज़ दबाने की कोशिश की गई।

     

    अब अलीपुर से चुनाव लड़ेंगे, सीट की खासियत क्या है?

    मिश्रीलाल ने एक नया रास्ता चुना है। अलीपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने की घोषणा की। अलीपुर क्षेत्र के लोग पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखते हैं और उनका समर्थन महत्वपूर्ण माना जाता है। मिश्रीलाल का मानना है कि यहां उनका सम्मान मिलेगा और वे बेहतर कर पाएंगे। यह राजनीतिक अच्छा संकेत माना जा रहा है।

     

    बीजेपी के लिए बड़ा झटका, चुनाव 2025 में हो सकती है नई परिस्थिति

    बीजेपी के लिए यह झटका मेहनत से छिना सफर है। चुनाव 2025 के पहले ऐसे इस्तीफे पार्टी की रणनीति में दरार डालते हैं। साथ ही, यह संकेत देता है कि पार्टी के भीतर भी असंतोष है। मिश्रीलाल यादव का यह कदम अन्य नेताओं के लिए भी संदेश है, जो अपनी नाखुशी छुपा रहे हैं।

     

    पिछड़े वर्ग की राजनीति और इसका भविष्य

    मिश्रीलाल का यह फैसला सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि एक बड़ी सामाजिक मांग है। पिछड़े वर्ग की राजनीति में सम्मान और स्वाभिमान का मुद्दा हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है। बिहार की राजनीति पर इसका गहरा असर होगा। आने वाला चुनाव 2025 इस बदलाव की कसौटी साबित होगा।

     

    अंत में: मिश्रीलाल यादव की राजनीति में नई राह, बिहार चुनाव 2025 की जमीनी पड़ताल

    यह इस्तीफा दर्शाता है कि बिहार की राजनीति में नए बदलाव आ रहे हैं। मिश्रीलाल यादव ने जो कदम उठाया, वह पिछड़ों के लिए अहम संदेश लेकर आया है। बिहार चुनाव 2025 के एजेंडे में यह मुद्दा जरूर शामिल होगा। जनता अब बदलाव की मांग कर रही है।