बगहा को नया जिला बनाने की मांग: चुनावी वादों की पोल कैसे खुलेगी?
चुनाव के आस-पास बगहा में जिला बनने की मांग फिर से जोर पकड़ रही है
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। और बगहा के लोग फिर से जोर पकड़ रहे हैं नया जिला बनने की मांग पर। नीतीश कुमार ने कई बार वादा किया था, लेकिन अभी तक कुछ खास नहीं हुआ। लोग हैरान रह गए हैं। सोचते हैं, आखिर कहां रह गई वो कार्रवाई? उम्मीदें बड़ी हैं, मगर काम कम दिख रहा है।
लोगों को दूर-दूर जाना पड़ता है, समस्या बन गई है दूरी
बगहा के लोग जिला मुख्यालय जाने के लिए कई किलोमीटर का सफर करते हैं। खासकर बुजुर्ग, बीमार—सबके लिए काफी मुश्किल होता है ये सफर। अस्पताल लेना हो या सरकारी कागजात जमा करना, दूर जाना पड़ता है। लोग अब नहीं चाहते बस वादे सुनना, वे चाहते हैं कि काम हो। यह समस्या बहुत पहले से है और अब लोग कहने लगे हैं कि इस बार बात अलग होनी चाहिए।
जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से स्थानीय लोग परेशान हैं
जनप्रतिनिधि जो हैं, वे इस मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठे हैं। चुनाव आते हैं, खूब भाषण देते हैं, फिर गायब हो जाते हैं। जनता कहती है, हमें सिर्फ भाषण नहीं, काम चाहिए। बगहा की जनता अब भरोसा कम और सवाल ज्यादा पूछती है। वे कह रहे हैं कि कोई वादा हो तो दिल खोलकर करे, लेकिन उसे पूरा भी करे।
पहले भी कई बार वादा किया गया था, पर अब तक हुआ क्या?
पिछली बार भी चुनाव के पहले बगहा का नया जिला बनाने का वादा हुआ था। पर ये सब कहानियों में ही रह गया। लोग अब इंतजार से थक गए हैं। कहने लगे हैं, सिर्फ चुनाव के लिए मुद्दा मत बनाओ। कार्रवाई करो, नौकरी के लिए, पढ़ाई के लिए, स्वास्थ्य के लिए हम सब इंतजार कर रहे हैं। अब इंतजार की जगह मांग तेज हो गई है।
बगहा मांग उठी क्यों और क्यों सबसे बड़ा मुद्दा बना?
बिहार का हर इलाका चाहता है विकास। बगहा के लोग भी पीछे नहीं हैं। चुनाव आते ही विकास की बातें ज्यादा सुनते हैं, पर जमीन पर कम होता है। नए जिला बनने से प्रशासन काम जल्दी करेगा। फैसले करीब होंगे। इसलिए इलाके में ये मांग इतनी जोर पकड़ती है। हर कोई चाहता है कि उनका काम जल्दी पूरा हो, और यह सपना इस बार सच होना चाहिए।
जिला बनाने में क्या अड़चने हैं और अब क्या उम्मीद रखी जानी चाहिए?
दरअसल जिला बनाना आसान काम नहीं। सरकार की मंजूरी, संसाधन, जमीन—सब चाहिये। और साथ में सही सोच-विचार भी। बगहा की जनता कहती है अब इंतजार खत्म करो। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बाद स्थिति साफ होनी चाहिए। अगर फिर भी कुछ नहीं हुआ, तो जनता के मन में सवाल और ज्यादा होंगे।
नया जिला बने तो क्या फायदा होगा? लोगों की उम्मीदें बड़ी हैं
नया जिला बनना मतलब बेहतर अस्पताल, बेहतर स्कूल और प्रशासन के करीब पहुंच। लोग सोच रहे हैं कि काम आसानी से हो पाएगा। सरकारी कामों में देरी नहीं होगी। यह सब हो तो जीवन स्तर सुधरेगा। लोग बस इतना चाहते हैं, जो पहले कई सालों से मांगते आ रहे हैं। अब तो बस चुनाव के बाद कुछ ठोस दिखना चाहिए।
अंत में: बगहा को नया जिला बनाना कितना जरूरी है?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच बगहा में यह मुद्दा सबकी जुबान पर है। लोग सिर्फ वादों से नहीं, असली काम देखना चाहते हैं। मुख्यमंत्री और सरकार के लिए यह चुनौती है कि वो अपने वादों को पूरा करें। तभी बगहा के लोग खुश होंगे और उनका विकास होगा। यह जरुरत है, एक जिम्मेदारी भी।