महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे की हलचल और कांग्रेस को मिला बड़ा ऑफर
महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे की गरमागरम बातचीत जारी है
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 करीब आ रहा है और महागठबंधन के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। हाल में खबर आई है कि कांग्रेस को 60 सीटों का बड़ा ऑफर दिया गया है। पर ये आधिकारिक नहीं है। आरजेडी और वीआईपी के बीच अभी भी सीटों को लेकर कंफ्यूजन बरकरार है। गठबंधन के समीकरण पल-पल बदलते दिखते हैं।
आरजेडी ने अपने उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह बांटना शुरू किया है
राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने तेजी से अपने उम्मीदवारों को चुनावी चिन्ह बांटना शुरू कर दिया। परबत्ता से डॉ संजीव कुमार और मटिहानी से बोगोसिंह को पार्टी का तिरंगा मिलेगा। यह फैसला पार्टी के लिए उम्मीद का सन्देश है। सिंबल मिलने से के अंदर चुनाव प्रचार की रफ्तार भी बढ़ेगी।
तेजस्वी यादव 15 अक्टूबर को राघोपुर से नामांकन करेंगे, हलचल बढ़ेगी
तेजस्वी यादव का नामांकन होने वाला है 15 अक्टूबर को राघोपुर सीट से। यह कदम काफी अहम माना जा रहा है। इससे इलाके में सियासी हलचल और तेज़ होगी। युवा नेता की मौजूदगी जनता के बीच जोश और उम्मीद का माहौल बनाती है। उनकी रणनीति भी इस चुनाव की कहानी में बड़ा मोड़ ले सकती है।
महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर बातचीत और जटिलताएं
कांग्रेस को मिल रहे 60 सीट के ऑफर के बावजूद अभी भी सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी और वीआईपी के बीच विवाद चल रहा है। दोनों पार्टियों में समझौता अभी तक नहीं हो पाया है, जो गठबंधन के लिए चिंता का विषय है। नेताओं के बीच बातचीत जारी है, पर सवाल ये भी है कि वे कब तक इसे सुलझा पाएंगे।
चुनावी गठबंधन में सीटों की होड़, संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण
गठबंधन में हर पार्टी अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए तैयार है। सीट बंटवारा इस बार तगड़ा सवाल बन गया है। हर कोई ज्यादा सीट चाहता है, चुनावी फतह के लिए। संतुलित फैसले के बिना गठबंधन कमजोर पड़ सकता है। इसलिए सबकी आंखें इस फैसले पर टिकी हैं।
महागठबंधन का जनता से वादा और चुनावी तैयारियां
गठबंधन चाहता है कि जनता विकास और सुधार की बात सुने। इसलिए सिंबल बांटने और उम्मीदवार तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। ये पार्टी की कोशिश है कि जनता को भरोसा हो कि वे उनकी समस्याओं का हल लाएंगे। आखिरकार, चुनाव का अंत जनता के फैसले से ही तय होगा।