भोजपुरी सिंगर पवन सिंह ने किया बड़ा खुलासा, विधानसभा चुनाव में नहीं होंगे शामिल
पवन सिंह, जिनकी आवाज़ और एक्टिंग भोजपुरी दिलों पर राज करती है, ने हाल ही में सबको चौका दिया। उन्होंने साफ कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी जॉइन नहीं किया था। और हां, अभी भी चुनाव लड़ने का कोई मन नहीं है। ये बात उन्होंने सोशल मीडिया पर खुद कही, ताकि कोई अफवाह ना उड़े। थोड़ी राहत मिली उनके फैंस को, जो चुनाव लड़ने की खबरों से परेशान थे।
पारिवारिक झगड़े के बीच राजनीति से दूरी का बड़ा फैसला
बात सिर्फ चुनाव की नहीं है। घर की भी कुछ कहानियां हैं। पत्नी ज्योति सिंह के साथ जो विवाद चल रहा है, उससे भी पवन सिंह ने खुद को थोड़ा पीछे रखा है। ज्योति सिंह ने कहीं बाहर जाकर राजनीति में कदम रखने का जिक्र किया, जिससे खबरें बनीं कि शायद वे चुनाव लड़ेंगी। लेकिन पवन सिंह ने खुद ये बात साफ कर दी कि वे नहीं लड़ेंगे। पार्टी के लिए वे अब भी एक सच्चे सैनिक हैं, और ऐसा ही रहेंगे।
पवन सिंह की राजनीति में सफर, उतार-चढ़ाव और अब का फैसला
2017 में जब उन्होंने भाजपा जॉइन किया था, तभी से राजनीति की दुनिया में उनकी पहचान बनी। लेकिन 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान थोड़ी खींचतान हुई। वे स्वतंत्र उम्मीदवार बनकर चुनाव लड़ना चाहते थे, मगर पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। अब जो उन्होंने कहा, उससे साफ हो गया है कि विधानसभा चुनाव उनके इरादों में नहीं था। उनका मकसद पार्टी के लिए काम करना है, खुद के लिए चुनाव लड़ना नहीं। ये बात बड़ी भारी है, समझना पड़ेगा।
भोजपुरी समाज को पवन सिंह का संदेश – अफवाहों पर ध्यान ना दें
पवन सिंह ने सीधे-सीधे कहा कि वे चुनाव लड़ने के लिए पार्टी में शामिल नहीं हुए। और लड़ाई भी नहीं करना चाहते। ये बात उन्होंने अपने चाहने वालों से कही। "अफवाहों में ना फंसो," उन्होंने कहा। उनके समर्थक अब थोड़ा शांति की सांस लेंगे। ऐसा लगता है कि पवन सिंह का फोकस पार्टी व समाज के कामों पर ज्यादा रहेगा, ना कि अपने लिए राजनीति में।
राजनीतिक पिच पर पर्सनल ड्रम और उसके असर
पर्सनल मसले राजनीतिक करियर पर असर डालते हैं, ये तो आम बात है। लेकिन पवन सिंह ने जोर दिया है कि वे अपनी निजी परेशानियों को पार्टी से अलग रखते हैं। पत्नी ज्योति द्वारा लगाए गए आरोप और विवादों के बीच भी, उन्होंने पार्टी के प्रति निष्ठा जताई है। "हर चीज़ को अलग रखना पड़ता है," पवन ने कहा। ये उनकी मजबूती दिखाता है।
भोजपुरी सुपरस्टार की राजनीति की कहानी: आगे क्या?
पवन सिंह ने साबित किया कि वे सिर्फ गायक या अभिनेता नहीं, बल्कि राजनीति का भी अहम हिस्सा हैं। वो चुनाव नहीं लड़ेंगे, पर उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पार्टी में उनकी लोकप्रियता उन्हें खास बनाती है। अब देखना ये है कि वे अपने नए रोल में कितना कमाल करते हैं। उम्मीद तो यही है कि वे पार्टी के लिए हमेशा एक मजबूत स्तंभ बने रहेंगे।
तो ये है पवन सिंह का चुनावी सफर। लड़ने का कोई प्लान नहीं, बस पार्टी के लिए काम। और अपने घर की बातों से भी खुद को अलग रखकर। एक सच्चे सैनिक की तरह!