तेजस्वी यादव के सरकारी आवास के बाहर अचानक उमड़ी भारी भीड़, टिकट को लेकर सस्पेंस बढ़ा
बिहार की राजनीति में अब हर दिन किसी नई घटना का अहसास होता है। ऐसा ही नजारा तब दिखा जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने सरकारी आवास लौट रहे थे और अचानक उनके समर्थकों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया। मानो जैसे कोई बड़ा सवाल हवा में लटक रहा हो। यह भीड़ टिकट पाने की उम्मीद में जुटी थी।
तेजस्वी यादव के घर समर्थकों का उत्साह किस वजह से बढ़ा?
देखिए, खुद को तेजस्वी यादव के खास समर्थक बताने वाले लोग उनके घर गए थे। कहीं यह तो नहीं कि वे सच में उम्मीद लगाए हुए थे कि नेता जी फिर से चुनाव लड़ेंगे? जनता की यह प्रतिक्रिया बताती है कि तेजस्वी यादव का असर अभी कम नहीं हुआ है। लोग उनसे जुड़े रहना चाहते हैं, घर के बाहर कतारें लगाना इसका बड़ा सबूत है।
गाड़ी को घेरने वाले आरजेडी कार्यकर्ताओं का जोश समझिए
जब तेजस्वी के काफिले के गाड़ी को घेरा गया, तो वहां की नजारा कुछ अलग था। ना केवल समर्थन दिखाया गया, बल्कि वे अपने नेता के लिए दिल खोलकर आवाज़ भी उठा रहे थे। कहीं-कहीं हल्की-फुल्की नोंक-झोंक भी हुई, लेकिन माहौल में एक जुनून साफ देखा गया। यह राजनीतिक लड़ाई की तैयारी थी, जैसे मैदान में प्रवेश से पहले आखिरी चंद कदम।
तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया, पूरी कहानी
तेजस्वी यादव ने कहा कि वे उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। उनके शब्दों में एक असर था जो समर्थकों के दिल को छू गया। साथ ही उन्होंने संयम की भी बात कही, क्योंकि चुनाव में शांति भी जरूरी है। उनके लिए यह पल बड़ा था, कदाचित चुनावी सीनियर नेताओं के सामने अपनी जगह फिर से साबित करने का।
बिहार चुनाव 2025 में तेजस्वी यादव की है क्या भूमिका?
आरजेडी प्रभारी के तौर पर तेजस्वी यादव की भूमिका अहम है। उनका प्रभाव पार्टी में और बिहार की जनता में बराबर है। 2025 का चुनाव उनके लिए चुनौती भी और अवसर भी है। समर्थकों की यहां जुटी भीड़ इस बात का संकेत है कि वे अभी भी जनता के दिलों में राज करते हैं।
राजनीति के गलियारों में तेजस्वी के कदम की रणनीति क्या होगी?
अभी तक उनकी पूरी रणनीति सबके सामने नहीं आई है, लेकिन जो भी होगा, जनता की नजर उन पर टिकी है। वे बदलाव की घोषणाएं कर रहे हैं, कई योजनाएं सामने आ रही हैं। चुनावी जंग में तेजस्वी की चाल देखने लायक होगी, क्योंकि हर कदम पर सबकी उम्मीदें जमीं पर टिक गई हैं।
मतदाता किस नज़र से देख रहे हैं तेजस्वी यादव को?
मतदाता अब तेजस्वी यादव की हर एक गतिविधि को बारीकी से देख रहे हैं। उनकी सोच, उनकी बातें, सब चुनाव में बड़े फैसले का संकेत देती हैं। जनता उम्मीदों से भरी है और तेजस्वी की राजनीतिक समझ को लेकर वे विश्वास रखते हैं।
बस यूं समझिए कि बिहार चुनाव 2025 की यह लड़ाई अभी शुरू ही हुई है। तेजस्वी यादव के घर के बाहर की भीड़ ने इसकी आग और भड़का दी है। अब देखना है कि नेता जी की अगली चाल क्या होगी। यहाँ से चुनाव का असली रंग निकलेगा।