Triangular battle at Suryagarha : RJD का किला टूटेगा या निर्दलीय बिगाड़ेंगे खेल?

Triangular battle at Suryagarha ने इस बार बिहार की राजनीति को नई दिशा दी है। RJD अपने परंपरागत वोट बैंक के भरोसे है, जबकि NDA हर गांव और गली में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटा है। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार समीकरण बिगाड़ सकते हैं और पूरे चुनावी माहौल को उलट सकते हैं।

Triangular battle at Suryagarha : RJD का किला टूटेगा या निर्दलीय बिगाड़ेंगे खेल?

सूर्यगढ़ा में सियासी जंग: कौन जीतेगा इस बार का ताज?

 

सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र फिर चर्चा में है। जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, यहां की सियासत में हलचल बढ़ गई है। सड़क के दोनों किनारे झंडे लगे हैं, नेताओं के भाषणों की गूंज है – और जनता सोच में डूबी है, इस बार किसे चुना जाए।

 

राजद का मजबूत किला, लेकिन दरारें दिखने लगी हैं

लाखों लोगों की नजरें सूर्यगढ़ा पर हैं। ये जगह लंबे समय से राजद का गढ़ रही है। प्रह्लाद यादव के नाम पर यहां वोट पड़ता है, ये बात सब जानते हैं। मगर इस बार थोड़ा बदला माहौल है। लोग चुपचाप बोलते हैं – “अबकी बार देख रहे हैं क्या होता है।” ये संकेत बताते हैं कि धरातल पर हल्का मूड बदल रहा है।

 

NDA की नई रणनीति, जमीनी काम पर जोर

इस बार NDA भी चुप नहीं बैठा है। भाजपा और जदयू दोनों ही वोटरों तक पहुंच रहे हैं। रामनंद मंडल साइकिल पर निकल कर गांवों में प्रचार कर रहे हैं। वो कहते हैं – “लोग बदलाव चाहते हैं, हम तैयार हैं।” उनके कार्यकर्ता भी जोश में हैं, पर अंदर ही अंदर उन्हें पता है कि मैदान कठिन है।

 

निर्दलीय उम्मीदवारों ने बिगाड़ा खेल, उलझन बढ़ी

इस सीट पर अबकी बार खेल त्रिकोणीय है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने माहौल गर्म कर दिया है। गांवों में लोगों के बीच चर्चा यह है कि “अगर निर्दलीय को कुछ वोट मिल गए, तो सबका जोड़-तोड़ बदल जाएगा।” यही सबसे मुश्किल बात है – कौन किसके वोट काटेगा, इसका अंदाज़ लगाना आसान नहीं।

 

मतदाताओं का मूड, अब भी रहस्य

गांव की चौपालों और बाजारों में बस एक ही चर्चा है कि “इस बार मुकाबला कड़ा है।” लोग खुलकर अपनी राय नहीं बता रहे। एक बुजुर्ग बोले – “हम तो आखिरी दिन सोचेंगे किसे देना है।” यही बिहार की राजनीति की खूबसूरती है, जहां जनता आखिरी पल तक रोमांच बनाए रखती है।

 

प्रचार के नए अंदाज, सोशल मीडिया का असर

अब नेता सिर्फ पोस्टर या रैलियों पर नहीं टिके। कहानियां, वीडियो और लाइव बातें – सब कुछ सोशल मीडिया पर चल रहा है। युवा मतदाता इन्हीं चीजों से प्रभावित होते दिख रहे हैं। NDA और RJD दोनों ने ऑनलाइन प्रचार की रफ्तार बढ़ा दी है।

 

2025 का चुनाव सूर्यगढ़ा की सियासत बदल देगा?

कई पुराने वोटर कहते हैं कि जो जीतेगा, वो इस बार लोकल मुद्दों पर जीतेगा – बिजली, सड़क और रोजगार। बड़ी पार्टियां जानती हैं कि जनता सिर्फ वादों पर भरोसा नहीं करेगी। और निर्दलीय उम्मीदवार इस बार असली राजा बनाने वाले साबित हो सकते हैं।